क्या है Agni-P?
Agni-P एक दो-चरणीय, सतह से सतह पर मार करने वाली मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल है, जिसे DRDO (Defence Research and Development Organisation) द्वारा विकसित किया गया है। इसकी मारक सीमा 1,000 से 2,000 किलोमीटर के बीच है, जिससे यह भारत के प्रमुख रणनीतिक प्रतिद्वंद्वियों – चीन और पाकिस्तान – के अहम सैन्य ठिकानों तक आसानी से पहुंचने में सक्षम है।
तकनीकी खूबियां जो बनाती हैं Agni-P को खास:
1 .कनस्तर आधारित प्रणाली: इस तकनीक की मदद से मिसाइल को कहीं भी तैनात किया जा सकता है और कम समय में लॉन्च किया जा सकता है।
2 .हल्की लेकिन घातक: यह मिसाइल अपनी श्रेणी की पिछली मिसाइलों की तुलना में हल्की है, जिससे इसकी गतिशीलता और जवाबी हमला क्षमता बढ़ जाती है।
3 .MIRV तकनीक: इस मिसाइल में Multiple Independently targetable Re-entry Vehicle (MIRV) प्रणाली है, जो इसे एक साथ कई लक्ष्यों पर सटीक हमला करने में सक्षम बनाती है।
4 .सटीकता और गतिशीलता: आधुनिक नेविगेशन सिस्टम की सहायता से Agni-P दुश्मन के लक्ष्यों पर बेहद सटीक वार कर सकती है।
संदेश स्पष्ट: भारत तैयार है
रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि Agni-P का परीक्षण भारत की परमाणु शक्ति को नए स्तर पर ले जाता हैं। यह मिसाइल न केवल देश की न्यूनतम प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करती है, बल्कि क्षेत्र में रणनीतिक संतुलन बनाए रखने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
चीन-पाक की बढ़ी चिंता
Agni-P की उन्नत क्षमताओं और MIRV तकनीक के कारण चीन और पाकिस्तान दोनों की सुरक्षा एजेंसियों की चिंताएं बढ़ गई हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि यह मिसाइल भारतीय सेना को भविष्य में आने वाले खतरों से निपटने में एक मजबूत रणनीतिक विकल्प देगी।
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