केवल 500 को ही मिला है प्रतिनियुक्ति का आदेश
जिला शिक्षा कार्यालय द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, इन 1,554 शिक्षकों में से महज 500 के पास प्रतिनियुक्ति का वैध आदेश है। बाकी करीब 1,000 शिक्षक गलत तरीके से ऑन ड्यूटी दर्ज कर रहे हैं, जबकि वे वास्तव में स्कूल में उपस्थित नहीं रहते। अधिकारियों के अनुसार यह एक गंभीर अनियमितता है और इस पर जल्द सख्त कार्रवाई की जाएगी।
"मार्क ऑन ड्यूटी" के नाम पर फर्जी उपस्थिति
जांच में यह भी सामने आया कि कई शिक्षक अपने घरों या अन्य स्थानों से फर्जी उपस्थिति दर्ज कर रहे हैं। नियम के मुताबिक शिक्षकों को स्कूल परिसर या 200 मीटर की परिधि के भीतर से ई-शिक्षा कोष पोर्टल पर सेल्फी के जरिए उपस्थिति दर्ज करनी होती है। लेकिन कुछ शिक्षकों ने इस प्रक्रिया में भी घोटाला कर डाला।
सेल्फी की जगह इस्तेमाल हो रहा फोटो!
जिला शिक्षा पदाधिकारी संजय कुमार ने बताया कि कुछ शिक्षक अपने सहयोगियों के साथ मिलकर पासपोर्ट साइज फोटो का उपयोग कर रहे हैं और बार-बार वही पोज देकर उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं। जांच में ऐसे शिक्षकों की पहचान की जा रही है और जल्द ही उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
आंकड़ों में छिपी हकीकत
कुल 21,426 शिक्षक कार्यरत हैं, जिनमें से 16,920 शिक्षक समय पर ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज कर रहे हैं। वहीं 2,072 शिक्षक सुबह सात बजे के बाद उपस्थिति दर्ज कर रहे हैं। 1,554 शिक्षक हमेशा "मार्क ऑन ड्यूटी" पर रहते हैं और 4,506 शिक्षक तो उपस्थिति ही दर्ज नहीं करते। इन आंकड़ों के अनुसार केवल 79% शिक्षक ही नियमित रूप से स्कूल में पढ़ाई-लिखाई में भाग ले रहे हैं।
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