पारिवारिक जीवन में संतुलन की पहल
पुलिस की नौकरी अपने आप में बेहद चुनौतीपूर्ण मानी जाती है। ड्यूटी के लंबे घंटे, ट्रांसफर की अनिश्चितता और परिवार से दूरी—ये सब तनाव का कारण बनते हैं। इसी समस्या को दूर करने के उद्देश्य से यह निर्णय लिया गया है। अब जिन पुलिसकर्मियों के जीवनसाथी भी पुलिस विभाग में कार्यरत हैं, वे एक साथ एक ही जिले में अपनी सेवाएं दे सकेंगे।
सब इंस्पेक्टर और इंस्पेक्टर रैंक तक लाभ
डीजीपी के आदेश के अनुसार, यह सुविधा सब इंस्पेक्टर और इंस्पेक्टर रैंक के अधिकारियों को दी जाएगी। यदि पति-पत्नी अलग-अलग जिलों में तैनात हैं और उन्होंने एक ही जिले में पोस्टिंग के लिए आवेदन किया है, तो उनके अनुरोध पर उन्हें समायोजित किया जाएगा।
लंबे समय से थी मांग
पुलिस मुख्यालय की ओर से जारी पत्र में स्पष्ट किया गया है कि विभाग को लंबे समय से ऐसी कई मांगें मिल रही थीं, जिनमें पुलिसकर्मी दंपतियों ने एक ही जिले में तैनाती की गुहार लगाई थी। अब इस मांग को औपचारिक मंजूरी मिल गई है। माना जा रहा है कि इससे न केवल पुलिसकर्मियों को पारिवारिक जीवन में स्थिरता मिलेगी, बल्कि उनके कामकाज में भी सकारात्मक असर दिखेगा।
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