हवाई संपर्क के नए द्वार
यह फैसला भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (AAI) और बिहार सरकार के बीच हुए एक समझौते के तहत लिया गया है। इसका उद्देश्य राज्य के दूर-दराज और पिछड़े इलाकों को मुख्यधारा की परिवहन व्यवस्था से जोड़ना है। UDAN योजना केंद्र सरकार की एक महत्वाकांक्षी परियोजना है, जिसका मकसद है—‘उड़े देश का आम नागरिक’, यानी कम लागत में ज्यादा से ज्यादा लोगों को हवाई यात्रा का लाभ देना।
शहरवार संभावित लाभ
मधुबनी: मिथिलांचल का सांस्कृतिक केंद्र होने के कारण यहां हवाई सेवा से पर्यटन और कला कारोबार को बढ़ावा मिलेगा।
वीरपुर: नेपाल की सीमा से सटे इस क्षेत्र में हवाई अड्डा व्यापारिक गतिविधियों और सीमा सुरक्षा दोनों में सहायक होगा।
मुंगेर: ऐतिहासिक और औद्योगिक नगरी होने के कारण हवाई सेवा यहां निवेश और व्यापार के लिए अनुकूल माहौल बनाएगी।
बाल्मीकीनगर: वाल्मीकि टाइगर रिजर्व और पर्यावरणीय पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
मुजफ्फरपुर: उत्तर बिहार का प्रमुख वाणिज्यिक केंद्र होने के कारण हवाई सुविधा से व्यापार और उद्योग को मजबूती मिलेगी।
सहरसा: कोसी क्षेत्र के विकास में यह एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर होगा, खासकर आपदा प्रबंधन और राहत कार्यों में।
आर्थिक और सामाजिक प्रभाव
इन हवाई अड्डों के निर्माण से स्थानीय रोजगार के अवसर पैदा होंगे। निर्माण कार्य से लेकर संचालन और रखरखाव तक हजारों लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा। इसके अलावा, राज्य के भीतर और बाहर व्यापार, निवेश और पर्यटन को गति मिलेगी।
0 comments:
Post a Comment