तकनीकी विशेषताएं:
1 .स्टील्थ तकनीक: इसकी डिज़ाइन ऐसी है कि यह रडार पर नज़र नहीं आता, जिससे दुश्मन को इसका पता लगाना लगभग असंभव हो जाता है।
2 .सुपरक्रूज़ गति: यह बिना आफ्टरबर्नर के भी सुपरसोनिक गति (मैक 2 के पास) से उड़ान भर सकता है, जो इसे दुश्मन के मुकाबले कहीं अधिक तेज बनाता है।
3 .उन्नत एवियोनिक्स: इसमें अत्याधुनिक रडार, सेंसर फ्यूजन, इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सिस्टम और डेटा लिंक जैसी क्षमताएँ हैं।
4 .मुक्त बहु-मिशन क्षमता: यह हवाई लड़ाई, ग्राउंड अटैक और इंटेलिजेंस-रक्षा मिशनों को एक साथ अंजाम देने में सक्षम है।
रणनीतिक महत्व:
F-22 को विशेष रूप से अमेरिका की वायु श्रेष्ठता (Air Superiority) सुनिश्चित करने के लिए बनाया गया है। यह दुश्मन के विमानों, मिसाइलों और ग्राउंड टारगेट्स को नष्ट करने में असाधारण दक्षता रखता है। इसकी तैनाती से अमेरिका किसी भी संघर्ष में प्रारंभिक बढ़त हासिल कर सकता है।
सीमित निर्यात नीति:
हालांकि कई देशों ने इसे खरीदने की इच्छा जताई है, अमेरिका ने F-22 के निर्यात पर प्रतिबंध लगा रखा है। इसका उद्देश्य इसकी तकनीक को पूरी तरह गोपनीय रखना और इसे केवल अमेरिकी वायुसेना के उपयोग के लिए सुरक्षित रखना है।
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