यूपी सरकार दे रही 5 लाख: फ्रेंचाइजी व्यवसाय करें शुरू

लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार युवाओं को स्वरोजगार के लिए प्रोत्साहित करने के लिए लगातार नई योजनाएं ला रही है। इन्हीं प्रयासों के तहत मुख्यमंत्री युवा उद्यमी अभियान योजना के माध्यम से फ्रेंचाइजी व्यवसाय को बढ़ावा देने की दिशा में कदम उठाए गए हैं। इस योजना के तहत 18 से 45 वर्ष के बीच के युवाओं को 5 लाख रुपये तक का बिना ब्याज और बिना गारंटी का ऋण दिया जा रहा है, ताकि वे अपने सपनों को साकार कर सकें और स्वरोजगार के माध्यम से आत्मनिर्भर बन सकें।

एमएसएमई विभाग का सक्रिय कदम

योजना को सफल बनाने के लिए सूक्ष्म, लघु व मध्यम उद्यम (एमएसएमई) विभाग ने फ्रेंचाइजी देने वाली कंपनियों और मशीन निर्माताओं का पंजीकरण शुरू कर दिया है। अब तक 150 से अधिक कंपनियों और मशीनों के निर्माताओं का पंजीकरण किया जा चुका है। विभाग का उद्देश्य फ्रेंचाइजी मॉडल को युवाओं के सामने इस तरह से पेश करना है, जिससे उन्हें विविध प्रकार के व्यवसाय शुरू करने के नए-नए विकल्प मिल सकें।

उपलब्ध फ्रेंचाइजी विकल्प

इस योजना के तहत युवाओं के लिए कई प्रकार के व्यवसायों के फ्रेंचाइजी मॉडल उपलब्ध कराए जा रहे हैं, जिनमें शामिल हैं: 

आइसक्रीम, नूडल्स, मोमोज, और दोसा बनाने वाली मशीनें

चप्पल, मसाला, पानी पूरी, चाइनीज और आइसक्रीम कार्ट

इलेक्ट्रिक पिज्जा मशीन, क्रिकेट बैट, सैलून, टॉयलेट पेपर, 

नोटबुक, पेपर कप, सेनेटरी नैपकिन, फूड पैकेजिंग,

वर्मी कंपोस्ट और मिठाई बनाने के ब्रांड। 

एमएसएमई विभाग का प्रयास है कि फ्रेंचाइजी देने वाले उद्यमी ऐसे मॉडल उपलब्ध कराएं जिनकी लागत पांच लाख रुपये से कम हो, ताकि युवाओं को फ्रेंचाइजी लेना आसान और किफायती लगे। योजना में सरकार की पूर्ण सहायता और मार्गदर्शन उपलब्ध है, जिससे युवाओं को व्यवसाय में आने वाली चुनौतियों का सामना आसानी से हो सकेगा।

0 comments:

Post a Comment