यूपी में अब जिले के अंदर होंगे शिक्षकों के तबादले

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों के लिए एक बड़ी राहत और व्यवस्था में पारदर्शिता लाने वाली खबर सामने आई है। बेसिक शिक्षा परिषद ने सात वर्षों (2017 के बाद) में पहली बार शिक्षकों को जिले के अंदर सामान्य तबादले (स्थानांतरण) का अवसर प्रदान किया है। यह निर्णय प्रदेश के प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षक वितरण को संतुलित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।

क्या है नई तबादला नीति?

बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार, जिले के अंदर शिक्षक स्वेच्छा से तबादला और समायोजन करा सकेंगे, लेकिन यह प्रक्रिया केवल अधिक शिक्षक वाले विद्यालयों से कम शिक्षक वाले विद्यालयों में ही होगी। किसी भी ऐसे विद्यालय से स्थानांतरण की अनुमति नहीं होगी जहां शिक्षक की पहले से आवश्यकता बनी हुई है।

तबादले की प्रक्रिया और समय-सीमा

20 से 23 जून: U-DISE पोर्टल पर छात्र संख्या के आधार पर कम और अधिक शिक्षक वाले विद्यालयों की सूची अपलोड की जाएगी।

24 से 26 जून: इच्छुक शिक्षक ऑनलाइन आवेदन करेंगे। उन्हें कम से कम एक विद्यालय का विकल्प देना अनिवार्य होगा। अधिकतम 10 विकल्प दिए जा सकते हैं। बिना विकल्प दिए आवेदन स्वतः निरस्त कर दिया जाएगा।

27 जून: शिक्षकों को अपने ऑनलाइन आवेदन की छायाप्रति बीएसए कार्यालय में जमा करनी होगी।

28 जून: बीएसए द्वारा ऑनलाइन सत्यापन व डाटा लॉकिंग की कार्यवाही की जाएगी।

30 जून: तबादला सूची ऑनलाइन जारी की जाएगी।

पारदर्शिता और निगरानी की व्यवस्था

तबादलों की पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए, इस प्रक्रिया की निगरानी जिलाधिकारी (DM) की अध्यक्षता वाली चार सदस्यीय समिति करेगी। यह समिति तबादलों की वैधता, छात्र-शिक्षक अनुपात और आवश्यकताओं के अनुसार स्थानांतरण को हरी झंडी देगी।

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