बिहार में लाइब्रेरियन, लिपिक और परिचारियों की भर्ती

पटना। बिहार सरकार की नीतीश कैबिनेट की बैठक में शिक्षा विभाग से जुड़े एक बड़े फैसले पर मुहर लगी है। यह निर्णय राज्य में शिक्षा व्यवस्था को सशक्त बनाने की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है। सरकार ने शिक्षा विभाग में तीन प्रमुख पदों – लाइब्रेरियन, लिपिक (क्लर्क) और परिचारी (चपरासी) – की नियुक्ति को लेकर नियमावली की मंजूरी दी हैं।

तीन पदों की भर्ती के लिए नियमावली को मंजूरी

कैबिनेट ने शिक्षा विभाग द्वारा तैयार की गई लाइब्रेरियन, लिपिक और परिचारी की नियुक्ति नियमावली को औपचारिक मंजूरी दे दी है। इस निर्णय से लंबे समय से लंबित पड़ी नियुक्तियों का रास्ता साफ हो गया है। विभाग ने पहले ही इन नियमावलियों का प्रारूप तैयार कर रखा था, जिसे आज कैबिनेट की मुहर मिल गई।

किस संस्था को सौंपी जाएगी भर्ती की जिम्मेदारी?

लिपिकों की भर्ती का दायित्व बिहार कर्मचारी चयन आयोग (BSSC) को सौंपा जा सकता है। वहीं, परिचारी पदों पर नियुक्ति की प्रक्रिया जिला स्तर पर की जाएगी, जिससे स्थानीय स्तर पर जरूरतों के अनुसार भर्ती सुनिश्चित हो सके। लाइब्रेरियन पदों की नियुक्ति की जिम्मेदारी संभवतः बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) को दी जाएगी, जो राज्य स्तरीय प्रतिष्ठित भर्तियों के लिए जाना जाता है।

रिक्त पदों की स्थिति

लिपिक (क्लर्क): 1172 संभावित पद

परिचारी (चपरासी): 1129 संभावित पद

लाइब्रेरियन: रिक्त पदों की संख्या की गणना अभी नहीं हुई है, जिसे आगे के दिनों में जारी किया जाएगा।

शिक्षा व्यवस्था को मिलेगा बल

इस फैसले से राज्य की शिक्षा व्यवस्था को मजबूती मिलने की उम्मीद है। खासकर स्कूलों और शैक्षणिक संस्थानों में प्रशासनिक कार्यों के संचालन में सुचारूता आएगी। लाइब्रेरियन की नियुक्ति से पुस्तकालय व्यवस्था में सुधार होगा, वहीं लिपिकों और परिचारियों की उपस्थिति से कार्यालयीन कार्य अधिक संगठित और प्रभावी तरीके से संचालित हो सकेंगे।

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