Agni-P: भारत की नई पीढ़ी की परमाणु मिसाइल

नई दिल्ली। अग्नि-पी, जिसे अग्नि-प्राइम भी कहा जाता है, भारत की रक्षा प्रणाली में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। यह भारत द्वारा विकसित एक मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल है, जो अग्नि श्रृंखला की नई पीढ़ी का हिस्सा है। इस मिसाइल का विकास डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन (DRDO) ने किया है। अग्नि-पी मिसाइल तकनीकी दृष्टि से अत्याधुनिक है और इसकी रेंज 1,000 से 2,000 किलोमीटर तक है।

1. मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल

अग्नि-पी एक मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल है। इसका मतलब है कि यह मिसाइल 1,000 से 2,000 किलोमीटर तक की दूरी पर स्थित किसी भी लक्ष्य को सटीक रूप से भेद सकती है। मध्यम दूरी की मिसाइलें क्षेत्रीय सुरक्षा के लिए बेहद महत्वपूर्ण होती हैं क्योंकि ये पड़ोसी देशों और क्षेत्रीय खतरे को नियंत्रण में रखने में सहायक होती हैं।

2. कनस्तरीकृत मिसाइल

अग्नि-पी को कनस्तरीकृत (कैटराइज्ड) मिसाइल के रूप में विकसित किया गया है। इसका अर्थ है कि इसे एक विशेष कंटेनर में पैक किया जाता है, जो प्रक्षेपण प्रक्रिया को तेज करता है। कनस्तरीकरण से मिसाइल का भंडारण सुरक्षित और सुविधाजनक होता है, साथ ही यह अधिक गतिशील भी हो जाती है। इस तकनीक की वजह से अग्नि-पी को किसी भी समय तैयार कर तैनात किया जा सकता है, जो युद्ध की स्थिति में बहुत उपयोगी साबित होती है।

3. ठोस ईंधन का उपयोग

अग्नि-पी मिसाइल ठोस ईंधन पर आधारित है। ठोस ईंधन वाली मिसाइलें द्रव ईंधन की तुलना में अधिक विश्वसनीय, सुरक्षित और रखरखाव में आसान होती हैं। ठोस ईंधन मिसाइलों को तेजी से लॉन्च किया जा सकता है क्योंकि इन्हें बार-बार ईंधन भरने की आवश्यकता नहीं होती। इससे अग्नि-पी की युद्ध तत्परता और संचालन क्षमता बढ़ जाती है।

4. दोहरी नेविगेशन और मार्गदर्शन प्रणाली

अग्नि-पी में दोहरी नेविगेशन और मार्गदर्शन प्रणाली लगी है, जो इसकी सटीकता को दोगुना कर देती है। इस प्रणाली में जीपीएस (Global Positioning System) और इनर्टियल नेविगेशन सिस्टम (INS) शामिल हैं, जो मिसाइल को अपने लक्ष्य तक बेहद कम त्रुटि के साथ पहुँचाने में मदद करते हैं। यह तकनीक मिसाइल की विश्वसनीयता और मारक क्षमता को बढ़ाती है।

5. हल्की और फुर्तीली

अग्नि-पी मिसाइल अग्नि श्रृंखला की पिछली मिसाइलों की तुलना में हल्की है। यह हल्कापन इसे अधिक फुर्तीला बनाता है, जिससे इसे विभिन्न परिस्थितियों में त्वरित रूप से तैनात और पुनः तैनात किया जा सकता है। हल्की मिसाइल होने के कारण इसकी गतिशीलता भी बढ़ जाती है, जो सामरिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण है।

6. परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम

अग्नि-पी का सबसे महत्वपूर्ण पहलू यह है कि यह परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम है। यह क्षमता भारत की परमाणु प्रतिरोधक क्षमता का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। एक सक्षम परमाणु मिसाइल प्रणाली देश की रक्षा नीति को मजबूत बनाती है और किसी भी संभावित आक्रमण को रोकने में मदद करती है। अग्नि-पी की यह विशेषता भारत को क्षेत्रीय शक्ति संतुलन बनाए रखने और अपनी सुरक्षा रणनीति को सुदृढ़ करने में मदद करती है।

0 comments:

Post a Comment