स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक नया HMIS पोर्टल (cghs.mohfw.gov.in) और एक आधुनिक CGHS मोबाइल ऐप लॉन्च किया है, जो इस दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। जिससे सभी केंद्रीय कर्मचारी और पेंशनर्स को बड़ा फायदा होगा।
नया HMIS पोर्टल और CGHS मोबाइल ऐप
अब CGHS लाभार्थी घर बैठे डॉक्टर से अपॉइंटमेंट बुक कर सकते हैं, CGHS ई-कार्ड डाउनलोड कर सकते हैं और अपनी मेडिकल रिपोर्ट्स भी देख सकते हैं। मोबाइल ऐप के जरिए ये सभी सेवाएं उपलब्ध हैं, जिससे बुजुर्ग पेंशनर्स को अब लाइन में खड़े रहने की जरूरत नहीं पड़ेगी — न गर्मी में, न बारिश में।
मेडिकल डिवाइसेज के लिए ऑनलाइन आवेदन
अब पेंशनर्स को ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, CPAP और BiPAP जैसी जरूरी मेडिकल डिवाइसेज के लिए अस्पतालों के चक्कर नहीं लगाने होंगे। HMIS पोर्टल पर ही ऑनलाइन आवेदन और मंजूरी की सुविधा शुरू हो गई है। पहले जहां 20 दिन लगते थे, अब घर बैठे 5 दिनों में अप्रूवल मिल सकता है।
SMS और ईमेल अलर्ट की भी भी सुविधा मिलेगी
हर तरह के आवेदन, पेमेंट और अप्रूवल की जानकारी अब SMS और ईमेल के जरिए तुरंत दी जाएगी। लाभार्थियों को पासवर्ड समय-समय पर बदलने की सलाह भी दी जा रही है ताकि उनका डेटा सुरक्षित रहे। इन सभी बदलावों का मकसद सिर्फ CGHS को डिजिटल बनाना नहीं, बल्कि इसे पेंशनर्स और कर्मचारियों के लिए एक भरोसेमंद डिजिटल हेल्थ पार्टनर बनाना है। यह पहल बुजुर्गों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए बनाई गई है, जिससे उनकी स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच तेज, सरल और सुरक्षित हो सके।
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