रोज़ भूना मखाना खाएं, ये 6 बड़ी बीमारियां रहेंगी दूर!

हेल्थ डेस्क। भागदौड़ भरी ज़िंदगी और बिगड़ती दिनचर्या के चलते आजकल हर दूसरा व्यक्ति किसी न किसी बीमारी से जूझ रहा है। ऐसे में अगर आप अपनी डाइट में सिर्फ एक छोटा बदलाव करें, तो बड़ी से बड़ी बीमारियों को दूर रखा जा सकता है। आयुर्वेद और आधुनिक पोषण विज्ञान दोनों ही इस बात को मानते हैं कि घी में भूना मखाना न सिर्फ स्वाद में बेहतरीन है, बल्कि यह एक शक्तिशाली सुपरफूड भी है।

मखाना, जिसे फॉक्स नट या कमल के बीज भी कहा जाता है, प्रोटीन, फाइबर, कैल्शियम, मैग्नीशियम और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होता है। वहीं देसी घी में उसे भूनने से इसके पोषक गुण और भी बढ़ जाते हैं। आइए जानते हैं कि हर दिन घी में भूना मखाना खाने से किन 6 बड़ी बीमारियों को दूर रखा जा सकता है:

1. डायबिटीज पर कंट्रोल

मखाना में लो ग्लायसेमिक इंडेक्स होता है, जिससे यह ब्लड शुगर को तेजी से नहीं बढ़ने देता। रोज सुबह या शाम को एक मुट्ठी घी में भूना मखाना खाने से इंसुलिन लेवल संतुलित रहता है।

2. दिल की बीमारी से सुरक्षा

मखाने में मौजूद मैग्नीशियम और पोटैशियम दिल की सेहत के लिए फायदेमंद हैं। देसी घी में भूनने से इसमें हेल्दी फैट्स मिल जाते हैं, जो कोलेस्ट्रॉल को बैलेंस करने में मदद करते हैं।

3. जोड़ों का दर्द होगा कम

घी में मौजूद ओमेगा-3 फैटी एसिड और मखाने के एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण गठिया और जोड़ों के दर्द से राहत दिलाते हैं। बढ़ती उम्र में ये कॉम्बिनेशन वरदान बन सकता है।

4. वजन घटाने में सहायक

यह सुनने में अजीब लगे, लेकिन घी में भूना मखाना वजन घटाने में भी मदद करता है। यह देर तक पेट भरा रखता है, जिससे अनहेल्दी स्नैकिंग की आदत कम होती है।

5. नींद न आने की समस्या

मखाना में ट्रिप्टोफैन नामक अमीनो एसिड पाया जाता है, जो नींद को बेहतर बनाता है। घी के साथ लेने पर यह मस्तिष्क को शांत करता है और नींद गहरी आती है।

6. पाचन तंत्र को मजबूत बनाए

देसी घी और मखाना दोनों ही पाचन क्रिया को दुरुस्त रखते हैं। फाइबर की भरपूर मात्रा कब्ज से राहत दिलाती है और मेटाबॉलिज्म को दुरुस्त करती है।

कैसे करें सेवन?

हर दिन सुबह या शाम के नाश्ते में करीब 1 मुट्ठी (30-40 ग्राम) मखाना को देसी घी में हल्का सुनहरा भून लें। ऊपर से थोड़ा सेंधा नमक या चाट मसाला छिड़ककर इसका स्वाद और बढ़ाया जा सकता है।

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