क्यों है यह योजना विशेष?
अब तक उत्तर प्रदेश के अधिकांश गांवों में जल जीवन मिशन के अंतर्गत सुबह और शाम दो-दो घंटे ही पानी की आपूर्ति होती थी। परंतु अब सरकार की योजना है कि चयनित गांवों में 24 घंटे लगातार पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। यह केवल एक सुविधा नहीं, बल्कि ग्रामीण जीवन की गुणवत्ता में क्रांतिकारी बदलाव लाने की दिशा में एक मजबूत कदम है।
योजना की विशेषताएं:
1 .हर जिले से एक गांव का चयन: पहले चरण में प्रदेश के 75 जिलों से एक-एक गांव चुना जा रहा है। इन गांवों को मॉडल गांव के रूप में विकसित किया जाएगा, जहां पानी की आपूर्ति चौबीसों घंटे रहेगी।
2 .स्वच्छ जल के साथ जागरूकता: केवल जल आपूर्ति ही नहीं, बल्कि ग्रे वॉटर मैनेजमेंट, वर्षा जल संचयन, और जल संरक्षण जैसे पहलुओं पर भी ग्रामीणों को प्रशिक्षित और जागरूक किया जाएगा। नहाने, कपड़े धोने, रसोई आदि में इस्तेमाल हुए पानी को पुनः उपयोग में लाने के उपाय भी सिखाए जाएंगे।
3 .2.5 करोड़ परिवारों तक पहुंच: जल जीवन मिशन के अंतर्गत अब तक प्रदेश के लगभग 35 हजार गांवों में नल से जल की सुविधा पहुंच चुकी है, जिससे 2.5 करोड़ से अधिक परिवारों को सीधा लाभ मिल रहा है। औसतन 6 सदस्यों के हिसाब से देखा जाए तो यह करीब 15 करोड़ लोगों की जिंदगी में स्वच्छ जल की सुविधा लाकर बड़ा बदलाव है।
गांवों की तस्वीर बदलने की तैयारी
यह योजना केवल पेयजल उपलब्ध कराने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह ग्राम विकास का एक नया मॉडल भी बन सकती है। 24 घंटे जल आपूर्ति से न केवल स्वास्थ्य में सुधार होगा, बल्कि महिलाओं और बच्चों पर घरेलू कामों का बोझ भी कम होगा। जल संकट से जूझते क्षेत्रों में यह एक राहत की सांस होगी, जहां अब तक लोग दूर-दराज से पानी भरकर लाने को मजबूर थे।
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