ये हैं दुनिया के 4 शक्तिशाली बॉम्बर: रूस ने भारत को किया ऑफर!

नई दिल्ली। आधुनिक युद्ध प्रणाली में बॉम्बर विमान (Bomber Aircraft) किसी भी देश की वायु शक्ति का एक अहम हिस्सा होते हैं। ये विमान दुश्मन के इलाके में गहराई तक जाकर भारी मात्रा में हथियार गिरा सकते हैं, जिससे सामरिक संतुलन पूरी तरह बदल सकता है। आइए जानते हैं दुनिया के 4 सबसे शक्तिशाली बॉम्बर विमानों के बारे में।

1. B-2 Spirit (अमेरिका)

निर्माता: Northrop Grumman

विशेषता: स्टेल्थ तकनीक (Radar से बचने की क्षमता)

B-2 Spirit को दुनिया का सबसे उन्नत और महँगा बॉम्बर माना जाता है। इसकी स्टेल्थ डिजाइन इसे दुश्मन के रडार से लगभग अदृश्य बना देती है। यह परमाणु और पारंपरिक दोनों तरह के हथियारों को ले जाने में सक्षम है। इसकी रेंज करीब 11,000 किलोमीटर है, जो इसे बिना रुके किसी भी कोने तक पहुंचा सकती है।

2. B-52 Stratofortress (अमेरिका)

निर्माता: Boeing

सेवा में: 1955 से अब तक

B-52 को "स्टील की दीवार" कहा जाता है। यह बॉम्बर अमेरिका की वायुसेना की रीढ़ है। इसकी सबसे बड़ी खासियत इसकी लंबी सेवा अवधि है। यह एक बार में 30 टन से ज्यादा हथियार ले जा सकता है और इसे परमाणु हथियार ले जाने के लिए भी डिजाइन किया गया है।

3. Tu-160 "White Swan" (रूस)

निर्माता: Tupolev

विशेषता: दुनिया का सबसे तेज़ सुपरसोनिक बॉम्बर

Tu-160, जिसे "ब्लैकजैक" के नाम से भी जाना जाता है, रूस का सबसे भारी और तेज़ बॉम्बर है। इसकी रफ्तार 2,000 किमी/घंटा तक पहुँच सकती है और यह 12 मिसाइलें तक ले जाने में सक्षम है। इसकी डिजाइन और ताकत इसे अमेरिका के बॉम्बरों के बराबर खड़ा करती है। रूस ने भारत को इस बॉम्बर का प्रस्ताव देकर स्पष्ट संकेत दिया है कि वह भारत को एक रणनीतिक सैन्य साझेदार के रूप में देखता है।

4. H-6K (चीन)

निर्माता: Xian Aircraft Corporation

H-6K चीन का रणनीतिक बॉम्बर है, जिसे विशेष रूप से लंबी दूरी की क्रूज़ मिसाइलों को लॉन्च करने के लिए अपग्रेड किया गया है। यह दक्षिण चीन सागर और ताइवान क्षेत्र में चीन की रणनीतिक पहुंच को बढ़ाने में अहम भूमिका निभा रहा है। इसकी मारक क्षमता 3,500 किमी से अधिक है।

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