इस बाइपास के खुलने से सिकंदरा चौराहा पर गाड़ियों का दबाव कम होगा और खंदौली व हाथरस तक की यात्रा में समय काफी घट जाएगा। अब खंदौली तक का सफर 15 मिनट और हाथरस तक 25 मिनट में पूरा किया जा सकेगा, जबकि पहले क्रमशः 30 और 45 मिनट लगते थे। इससे ईंधन की बचत भी होगी।
आपको बता दें की इस बाइपास का मार्ग यमुना एक्सप्रेसवे से जुड़ा है। इसमें चार अंडरपास, यमुना नदी पर पुल और दोनों किनारों पर सर्विस रोड का निर्माण किया गया है। इससे पास के गांवों और इलाकों में विकास को बढ़ावा मिलेगा।
स्थानीय लोग और अधिकारी उम्मीद कर रहे हैं कि अब नई दिल्ली से हाथरस जाने वाले वाहन सीधे बाइपास का इस्तेमाल करेंगे और रामबाग चौराहा पर जाम की समस्या कम होगी। निर्माण कार्य के दौरान हाईटेंशन लाइन जैसी अड़चनें आई थीं, जिन्हें हाल ही में सही किया गया।
अब परियोजना का अगला चरण इनर रिंग रोड का निर्माण है, जिसमें पुल का कार्य बाकी है और इसे पूरा होने में लगभग 3-4 महीने का समय लगेगा।
इस बाईपास के मुख्य लाभ:
ट्रैफिक दबाव में कमी
समय और ईंधन की बचत
मार्ग के आसपास विकास
यमुना एक्सप्रेसवे से आसान कनेक्टिविटी

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