हेल्थ डेस्क: इस दुनिया में ज्यादा तर लोग स्पर्म और सीमन को एक ही मानते हैं लेकिन हकीकत ये है कि ये दोनों अलग-अलग होता हैं और सीमन के अंदर स्पर्म होता है। आज इसी विषय में मेडिकल साइंस के एक अध्ययन के अनुसार जानने की कोशिश करेंगे की स्पर्म और सीमन में क्या अंतर होता हैं। तो आइये इसके बारे में जानते हैं विस्तार से।
1 .आपको सबसे पहले बता दें की स्पर्म एक तरह का माइक्रोस्कोपिक सेल यानी कोशिका होती है जो सीमन का हिस्सा है। स्पर्म का मुख्य काम होता है महिला के शरीर के अंदर मौजूद एग्स को फर्टिलाइज करना। वहां तक उसे जो बॉडी फ्लूइड पहुंचाता है उसे सीमन कहते हैं।
2 .पुरुषों के शरीर में सीमन का उत्पादन अलग-अलग मेल सेक्स ऑर्गन्स करते हैं। इसका कार्य स्पर्म को महिलाओं के गर्भाशय में मौजूद एग तक पहुंचाना हैं।
3 .आसान शब्दों में समझें तो पीनिस से बाहर निकलने वाला वाइटिश कलर का लिक्विड सीमन है जबकी इस फ्लूइड के अंदर मौजूद रहने वाले हजारों लाखों सेल्स को स्पर्म कहते हैं।
4 .sperm, ये शब्द ग्रीक वर्ड 'sperma' से बना है जिसका अर्थ होता है बीज जबकी semen लैटिन वर्ड 'serere' से बना है जिसका अर्थ है रोपना।
5 .स्पर्म में लैक्टिक ऐसिड, फ्रक्टोज, पोटैशियम, फैट, सोडियम, जिंक, विटमिन बी12, विटमिन सी, कैल्शियम, ऐसॉर्बिक ऐसिड, मैग्नीशियम और कई तरह के प्रोटीन भी पाए जाते हैं। लेकिन ये सभी तरह के न्यूट्रिएंट्स बेहद कम मात्रा में होते हैं।
0 comments:
Post a Comment