साइंस डेस्क: सुपरसोनिक लड़ाकू विमान सुखोई-30 भारतीय वायुसेना के सबसे खतरनाक लड़ाकू विमान में से एक हैं। यह विमान दुश्मनो को तुरंत धूल चटा देता हैं। आज इसी लड़ाकू विमान के खासियत के बारे में जानने की कोशिश करेंगे की क्यों इस विमान को भारतीय वायुसेना का सबसे खतरनाक विमान माना जाता हैं। तो आइये इसके बारे में जानते हैं विस्तार से।
1 .सुखोई-30 में ब्रह्मोस मिसाइल में रखने की क्षमता है। जरूरत पडऩे पर सुखोई बमबारी के साथ मिसाइल से अचूक निशाना भी दाग सकता है।
2 .इस लड़ाकू विमान की खासियत ये है कि सुखोई एक घंटे में 2450 किमी तक पहुंच जाता है। एक बार उड़ान भरने के साथ वह आठ हजार किलो तक के हथियार लेकर 5200 किलोमीटर तक उड़ान भर सकता है।
3 .सुखोई-30 जोधपुर एयरबेस से 2450 किमी/घंटे की रफ्तार से पांच मिनट में लाहौर पहुंच सकता है। ये विमान बमबारी करने में भी सबसे आगे हैं।
4 . इस विमान के खासियत को देखते हिये भारत सरकार अधिक सुखोई-30 एमकेआई और हल्के लड़ाकू विमान उपलब्ध कराने के लिए 64 हजार करोड़ रुपये से भी ज्यादा खर्च करेगी। इन विमानों का उत्पादन हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड करेगा।
5 .सुपरसोनिक लड़ाकू विमान सुखोई-30 मिसाइल के साथ साथ परमाणु हथियार ले जाने में भी सछम हैं। यह विमान एक सीटर एव टू-सिटर का हैं। यह विमान हवा से हवा और हवा से जमीन पर मार कर सकता हैं।
2 .इस लड़ाकू विमान की खासियत ये है कि सुखोई एक घंटे में 2450 किमी तक पहुंच जाता है। एक बार उड़ान भरने के साथ वह आठ हजार किलो तक के हथियार लेकर 5200 किलोमीटर तक उड़ान भर सकता है।
3 .सुखोई-30 जोधपुर एयरबेस से 2450 किमी/घंटे की रफ्तार से पांच मिनट में लाहौर पहुंच सकता है। ये विमान बमबारी करने में भी सबसे आगे हैं।
4 . इस विमान के खासियत को देखते हिये भारत सरकार अधिक सुखोई-30 एमकेआई और हल्के लड़ाकू विमान उपलब्ध कराने के लिए 64 हजार करोड़ रुपये से भी ज्यादा खर्च करेगी। इन विमानों का उत्पादन हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड करेगा।
5 .सुपरसोनिक लड़ाकू विमान सुखोई-30 मिसाइल के साथ साथ परमाणु हथियार ले जाने में भी सछम हैं। यह विमान एक सीटर एव टू-सिटर का हैं। यह विमान हवा से हवा और हवा से जमीन पर मार कर सकता हैं।

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