शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने विभागीय अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि निर्धारित समयसीमा के भीतर यह कार्य निष्पक्षता और पारदर्शिता के साथ पूर्ण किया जाए। यह कदम लंबे समय से चली आ रही मांगों और क्षेत्रीय असंतुलन को दूर करने की दिशा में उठाया गया है।
डिजिटल माध्यम से होगी प्रक्रिया
इस बार शिक्षकों का ट्रांसफर पूरी तरह ऑनलाइन सॉफ्टवेयर प्रणाली के माध्यम से किया जाएगा, जिससे प्रक्रिया पारदर्शी रहे और किसी भी तरह की गड़बड़ी की संभावना न्यूनतम हो। शिक्षा विभाग के अधिकारियों के अनुसार, शिक्षकों को उनकी वरीयता और स्कूलों की आवश्यकता के अनुसार नई जगहों पर भेजा जाएगा।
BPSC TRE-4 और बहाली प्रक्रिया से भी जुड़ा है मामला
शिक्षकों के इस बड़े पैमाने पर हो रहे ट्रांसफर को आगामी BPSC TRE-4 परीक्षा और शिक्षकों की नई बहाली प्रक्रिया से भी जोड़ा जा रहा है। अधिकारियों का कहना है कि इससे नई नियुक्तियों में स्थान निर्धारण में आसानी होगी और शिक्षकों की स्कूल-वार उपलब्धता का आंकलन भी सही ढंग से किया जा सकेगा।
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