राज्य व्यावसायिक प्रशिक्षण परिषद के अनुसार, इन नए कोर्सों में प्रवेश की प्रक्रिया सोमवार से शुरू हो गई है। अभ्यर्थी अब 98 पारंपरिक कोर्सों के साथ इन आधुनिक तकनीकी कोर्सों के लिए भी आवेदन कर सकेंगे। लखनऊ मंडल में फिलहाल 36 राजकीय और 105 से अधिक निजी आईटीआई संचालित हैं।
टाटा कंपनी के सहयोग से विशेष कोर्स
लखनऊ स्थित अलीगंज आईटीआई परिसर में टाटा टेक्नोलॉजी के सहयोग से इंडस्ट्रियल रोबोटिक्स एंड डिजिटल मैन्युफैक्चरिंग, थ्री डी पेंटिंग और अन्य अत्याधुनिक कोर्स शुरू किए जा रहे हैं। इसके अलावा फिजियोथेरेपी टेक्नीशियन, कंप्यूटर हार्डवेयर एंड नेटवर्क मेंटेनेंस, इंटीरियर डिजाइनिंग एंड डेकोरेशन, प्लास्टिक प्रोसेसिंग ऑपरेटर और कंप्यूटर एडेड एंब्रॉयडरी जैसे कोर्स भी एनसीवीटी के मानकों पर उपलब्ध होंगे।
एक वर्षीय और छह माह के विशेष कोर्स
इन कोर्सों की अवधि छह माह से लेकर एक वर्ष तक की होगी। कई कोर्सों को दो वर्षीय व्यावसायिक अध्ययन के साथ एक वर्षीय विशेष प्रशिक्षण के रूप में भी किया जा सकेगा। इसका उद्देश्य युवाओं को तेजी से बदलती तकनीक और उद्योग की मांग के अनुसार तैयार करना है।
उद्योगों की मांग पर आधारित कोर्स
विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम न केवल युवाओं को आत्मनिर्भर बनाएगा, बल्कि प्रदेश को तकनीकी और औद्योगिक क्षेत्र में भी नई पहचान दिलाएगा। ड्रोन तकनीक, एआई और रोबोटिक्स जैसे कोर्स भविष्य के उद्योगों की रीढ़ माने जा रहे हैं।
अब युवाओं को इंतजार नहीं, अवसर मिलेगा
इन कोर्सों के जरिये यूपी के आईटीआई छात्र अब सिर्फ मैकेनिक या इलेक्ट्रीशियन तक सीमित नहीं रहेंगे, बल्कि वे ड्रोन पायलट, रोबोटिक्स इंजीनियर या सोलर टेक्नीशियन जैसे उच्च तकनीकी क्षेत्रों में भी अपना करियर बना सकेंगे।
0 comments:
Post a Comment