यूपी में फार्मर रजिस्ट्री के लिए गांव-गांव लगेंगे शिविर

बरेली: उत्तर प्रदेश सरकार ने किसानों के लिए एक और बड़ी पहल करते हुए गांव-गांव में फार्मर रजिस्ट्री शिविर लगाने का फैसला लिया है। बरेली जिले में अब तक केवल 48 फीसदी किसानों की फार्मर रजिस्ट्री ही पूरी हो पाई है, जिससे लगभग 2.8 लाख किसान अब भी सरकारी योजनाओं के लाभ से वंचित हैं। पीएम किसान सम्मान निधि जैसी योजनाओं की आगामी किस्त भी अटक सकती है।

डीएम ने जताई नाराजगी, दिए सख्त निर्देश

बरेली के जिलाधिकारी ने विभागीय लापरवाही पर सख्त नाराजगी जाहिर की है और सभी ग्राम पंचायतों में दोबारा शिविर लगाने के निर्देश दिए हैं। जिला कृषि विभाग के उप निदेशक अभिनंदन सिंह के अनुसार, सोमवार से पूरे जिले में ग्राम स्तर पर फार्मर रजिस्ट्री के विशेष शिविर शुरू किए जा रहे हैं।

फार्मर रजिस्ट्री क्यों है जरूरी?

फार्मर रजिस्ट्री एक डिजिटल पहचान है, जिसके माध्यम से किसान केंद्र और राज्य सरकार की सभी योजनाओं का सीधा लाभ ले सकते हैं। इसमें नाम, पिता का नाम, आधार नंबर, खतौनी, बैंक खाता और मोबाइल नंबर जैसी सूचनाओं का एकीकरण किया जाता है। सबसे बड़ी अड़चन दस्तावेजों में विवरण की असमानता बन रही है, जिससे बड़ी संख्या में आवेदन अटक रहे हैं।

कैसे करें ऑनलाइन रजिस्ट्री?

यदि किसान अपने एंड्रॉयड फोन से फार्मर रजिस्ट्री करना चाहते हैं, तो उन्हें नीचे दिए गए स्टेप्स फॉलो करने होंगे और रजिस्ट्री की प्रक्रिया को पूरा करना होगा। इसको लेकर विभाग के द्वारा दिशा निर्देश जारी कर दिया गया हैं, ताकि लोगों को जानकारी हो सके।

1 .वेबसाइट upfr.agristack.gov.in पर जाएं।

2 .आवश्यक विवरण भरें और ओटीपी सत्यापन करें।

3 .सफल सत्यापन के बाद फार्मर रजिस्ट्री नंबर जारी हो जाएगा।

ऑफलाइन सुविधा भी उपलब्ध

जो किसान ऑनलाइन प्रक्रिया में असमर्थ हैं, वे नजदीकी किसान जन सुविधा केंद्र जाकर फार्मर रजिस्ट्री करवा सकते हैं। इसके लिए उन्हें अपने दस्तावेज साथ ले जाने होंगे। फिलहाल जिले के 5.45 लाख लाभार्थी किसानों में से केवल 2.62 लाख की रजिस्ट्री हो पाई है।

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