एयर डिफेंस का महत्व क्या है?
एयर डिफेंस सिस्टम किसी देश की हवाई सीमा की रक्षा के लिए विकसित की गई तकनीक होती है, जो दुश्मन के लड़ाकू विमान, ड्रोन, या मिसाइलों को मार गिराने में सक्षम होती है। आज के हाईटेक युद्धों में एयर डिफेंस एक निर्णायक भूमिका निभाता है।
भारत की एयर डिफेंस प्रणाली
1. S-400 ट्रायंफ मिसाइल सिस्टम
भारत ने रूस से अत्याधुनिक S-400 एयर डिफेंस सिस्टम खरीदे हैं, जो 400 किलोमीटर तक की दूरी पर दुश्मन के विमानों और मिसाइलों को निशाना बना सकते हैं। यह चीन के लिए सीधी चुनौती है। क्यों इसे दुनिया का सबसे ताकतवर डिफेंस सिस्टम माना जाता हैं।
2. आकाश मिसाइल सिस्टम
भारत द्वारा विकसित 'आकाश' मिसाइल सिस्टम मध्यम दूरी की एयर डिफेंस के लिए बेहद प्रभावी है। यह 30 से 45 किलोमीटर तक की दूरी पर लक्ष्य को भेद सकती है। इसे भी दुनिया के बेहतरीन एयर डिफेंस सिस्टम माना जाता हैं।
3. बैलिस्टिक मिसाइल डिफेंस (BMD)
भारत दो-स्तरीय बैलिस्टिक मिसाइल डिफेंस सिस्टम भी तैयार कर लिया है, जो दुश्मन की मिसाइलों को वायुमंडल के भीतर और बाहर दोनों स्तरों पर मार गिराने में सक्षम होगा।
4 .बराक-8 (Barak-8)
यह एक अत्याधुनिक सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रणाली (Surface-to-Air Missile System - SAM) है, जिसे भारत और इज़रायल ने संयुक्त रूप से विकसित किया है। इसकी रेंज 70–100+ किलोमीटर (नई वर्जन में 150 किमी तक) हैं।
चीन की एयर डिफेंस प्रणाली
1. HQ-9 मिसाइल सिस्टम
चीन की मुख्य एयर डिफेंस प्रणाली HQ-9 है, जो रूस के S-300 सिस्टम पर आधारित है। इसकी रेंज लगभग 200 किमी है, और इसे आधुनिक सेंसर से लैस किया गया है। हाल ही में भारत ने पाकिस्तान में इस सिस्टम को ड्रोन की मदद से तबाह कर दिया था।
2. SC-19 और DF-21D
चीन ने एंटी-सैटेलाइट (ASAT) और बैलिस्टिक मिसाइल इंटरसेप्टर जैसे सिस्टम भी विकसित किए हैं, जैसे SC-19 और DF-21D, जो इसे एशिया में एक ताकतवर खिलाड़ी बनाते हैं।
3. अत्याधुनिक रडार और AI सिस्टम
चीन AI-संचालित रडार और कमांड सिस्टम पर भारी निवेश कर रहा है, जिससे उसके एयर डिफेंस सिस्टम अधिक प्रभावी बनते जा रहे हैं।
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