मुख्यमंत्री ने कहा कि इन विद्यालयों में लंबे समय से शिक्षकों की कमी एक बड़ी चुनौती रही है, जिससे दिव्यांग बच्चों की शिक्षा प्रभावित हो रही है। इसे दूर करने के लिए रिक्त पदों पर शीघ्र भर्ती प्रक्रिया शुरू की जाएगी। योगी ने स्पष्ट किया कि जब तक नियमित शिक्षकों की नियुक्ति नहीं हो जाती, तब तक वैकल्पिक व्यवस्था की जाए ताकि बच्चों की पढ़ाई बाधित न हो।
भर्ती में अनुभव का मिलेगा लाभ
सीएम योगी ने यह भी घोषणा की कि ऐसे वैकल्पिक रूप से कार्यरत शिक्षकों को बाद में होने वाली नियमित भर्ती में अनुभव का वेटेज दिया जाएगा। इससे इन शिक्षकों को भविष्य में स्थायी नियुक्ति पाने में भी सहायता मिलेगी और योग्य उम्मीदवारों को प्रोत्साहन मिलेगा।
सुरक्षा को लेकर भी सख्त निर्देश
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने इन संस्थानों में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी गंभीर रुख अपनाया। उन्होंने कहा कि विद्यालय परिसरों में बिना जांच के बाहरी लोगों की एंट्री पूरी तरह प्रतिबंधित होनी चाहिए। ऐसे अराजक तत्वों से संस्थान की गरिमा और छात्रों की सुरक्षा को खतरा हो सकता है।
शिक्षा और सुरक्षा दोनों हों प्राथमिकता
सरकार के इस कदम से न केवल दिव्यांग छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त होगी, बल्कि विशेष विद्यालयों में शिक्षण व्यवस्था भी सुदृढ़ होगी। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे इस पूरी प्रक्रिया की सतत निगरानी करें और सुनिश्चित करें कि नीतियां जमीनी स्तर तक प्रभावी ढंग से लागू हों।
0 comments:
Post a Comment