डीआईजी ने बताया कि इस फैसले से ग्रामीण और दूरदराज़ के क्षेत्रों में आगजनी की घटनाओं पर तुरंत प्रतिक्रिया देना संभव होगा। उन्होंने फिरोजाबाद के मुख्य फायर स्टेशन और टूंडला फायर स्टेशन का निरीक्षण किया और वहाँ की तैयारियों की समीक्षा की।
जसरााना में बनेगा नया फायर स्टेशन
फिरोजाबाद जिले की जसराना तहसील में अभी तक कोई फायर स्टेशन नहीं है। इस पर बोलते हुए डीआईजी ने बताया कि यहां फायर स्टेशन के लिए भूमि चिन्हित कर ली गई है और जल्द ही निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा। इससे क्षेत्रीय निवासियों को राहत मिलेगी और किसी भी आपात स्थिति में तुरंत सहायता उपलब्ध हो सकेगी।
15 साल पुराने फायर टेंडर्स होंगे बाहर
अग्निशमन विभाग के संसाधनों को लेकर भी डीआईजी ने बड़ी घोषणा की। उन्होंने कहा कि 15 साल से अधिक पुराने फायर टेंडर्स को कंडम घोषित किया जाएगा। इन वाहनों की नीलामी के बाद नए और आधुनिक फायर टेंडर्स का आवंटन किया जाएगा। इसके लिए राज्य के सभी मुख्य अग्निशमन अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश भेजे जा चुके हैं।
फायर सर्विसेज की क्षमता में होगा इज़ाफ़ा
सरकार द्वारा ब्लॉक स्तर पर फायर स्टेशनों की स्थापना से न केवल दुर्घटनाओं में त्वरित सहायता उपलब्ध होगी, बल्कि यह कदम राज्य में आपदा प्रबंधन की दिशा में एक बड़ा सुधार साबित होगा। आगामी महीनों में इस परियोजना को धरातल पर उतारने की तैयारियां अंतिम चरण में हैं। प्रदेश भर के लाखों नागरिकों को इस फैसले से राहत मिलने की उम्मीद है, खासकर उन इलाकों में जहां आज तक आगजनी की घटनाओं में फायर ब्रिगेड की देरी से भारी नुकसान उठाना पड़ता था।
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