दो चरणों वाली अत्याधुनिक मिसाइल
Prithvi-3 एक दो चरणों वाली सतह से सतह पर मार करने वाली बैलिस्टिक मिसाइल है, जो शत्रु के ठिकानों को बेहद सटीकता से निशाना बना सकती है। रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि यह मिसाइल अब भारत की सामरिक शक्ति को नई ऊंचाइयों पर ले जाने में सक्षम है।
विस्फोटक क्षमता और रेंज
पृथ्वी-III की सबसे खास बात इसकी वैरिएबल रेंज और वॉरहेड ले जाने की क्षमता है: यह 350 किमी की दूरी तक – 1,000 किलोग्राम वॉरहेड ले जा सकता हैं। जबकि 600 किमी की दूरी तक – 500 किलोग्राम वॉरहेड और 750 किमी की दूरी तक – 250 किलोग्राम वॉरहेड ले जा सकता हैं। यह क्षमता इसे लचीला और रणनीतिक रूप से बेहद प्रभावी हथियार बनाती है, जिसे विभिन्न युद्ध परिदृश्यों में तैनात किया जा सकता है।
रफ्तार का कहर
Prithvi-3 मिसाइल की गति भी इसकी सबसे बड़ी ताकतों में से एक है। यह मिसाइल 2,400 से 3,600 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से अपने लक्ष्य की ओर बढ़ती है, जिससे दुश्मन के पास बचाव का समय बहुत ही सीमित रह जाता है।
रणनीतिक महत्व?
Prithvi-3 की तैनाती भारत की डिटरेंस पॉलिसी (निरोध नीति) को मजबूती देती है। इसकी रेंज चीन और पाकिस्तान दोनों के भीतर महत्वपूर्ण रणनीतिक ठिकानों को कवर करती है। यह मिसाइल परमाणु वॉरहेड ले जाने में भी सक्षम मानी जाती है, जिससे यह भारत की न्यूनतम प्रतिरोध लेकिन अधिकतम जवाब देने की क्षमता को सिद्ध करती है।
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