भारत बना रहा 'एयर पिनाका': हवा से बरसेगा प्रलय

नई दिल्ली। भारत तेजी से अपनी रक्षा क्षमताओं को आधुनिक बना रहा है। इस परिवर्तन की अगुवाई कर रहा है देश का प्रमुख रक्षा अनुसंधान संगठन – DRDO। समय की मांग और भविष्य की युद्ध नीति को देखते हुए ऐसे हथियार विकसित कर रहा है, जो न केवल अत्याधुनिक हैं, बल्कि पूरी तरह स्वदेशी भी हैं। इसी सिलसिले में अब एक नया और बेहद रोमांचक प्रोजेक्ट सामने आया है – एयर-लॉन्च पिनाका।

क्या है एयर पिनाका?

‘पिनाका’ नाम सुनते ही कारगिल युद्ध की यादें ताजा हो जाती हैं, जब इस मल्टी-बैरल रॉकेट लॉन्चर ने दुश्मन की कई पोस्ट को मिनटों में तबाह कर दिया था। अब यही पिनाका एक नए रूप में सामने आ रहा है – जिसे लड़ाकू विमानों से लॉन्च किया जा सकेगा। यानी अब तबाही सिर्फ जमीन से नहीं, बल्कि हवा से भी बरसेगी।

क्यों है ये सिस्टम खास?

हवाई हमलों में क्रांतिकारी बदलाव: परंपरागत पिनाका सिस्टम एक साथ कई रॉकेट फायर करके दुश्मन के बड़े हिस्से को निशाना बनाता था। लेकिन एयर पिनाका एक 'प्रेसिजन-गाइडेड म्यूनिशन' होगा, जो बिल्कुल सटीक निशाना लगाएगा।

300 किलोमीटर तक मारक क्षमता: इस प्रणाली में पिनाका-IV रॉकेट का इस्तेमाल किया जा सकता है, जिसकी रेंज लगभग 300 किमी तक हो सकती है। यह इसे ब्रह्मोस या स्कैल्प जैसे हथियारों के करीब ले जाता है, हालांकि लागत के मामले में यह कहीं ज्यादा किफायती होगा।

एयरक्राफ्ट से इंटीग्रेशन: एयर पिनाका को भारतीय वायुसेना के प्रमुख फाइटर जेट्स जैसे सुखोई Su-30MKI, मिराज-2000, राफेल और तेजस से जोड़ा जाएगा। इससे भारतीय वायुसेना के पास लंबी दूरी तक मार करने वाले, तेज़ और सटीक हथियारों का एक नया विकल्प जुड़ जाएगा।

एडवांस्ड नेविगेशन और इवेज़न क्षमता: पारंपरिक रॉकेट लक्ष्य पर सीधे जाकर टकराते हैं, लेकिन एयर पिनाका अपने टारगेट तक पहुंचने के लिए रूट बदल सकता है। इसका मतलब ये है कि दुश्मन की एयर डिफेंस को चकमा देना इसके लिए आसान होगा।

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