राज्य के उत्तर-पश्चिमी बिहार से लेकर दक्षिण-पूर्व बांग्लादेश और गंगीय पश्चिम बंगाल तक एक द्रोणिका (ट्रफ लाइन) सक्रिय है। इसके अतिरिक्त, उत्तर बिहार के आस-पास के क्षेत्रों में ऊपरी हवा में चक्रवाती परिसंचरण का क्षेत्र बना हुआ है। इन दोनों मौसमीय परिस्थितियों के कारण बिहार के कई इलाकों में भारी बारिश और तेज़ हवाओं का असर देखने को मिल सकता है।
पांच जिलों में अति भारी वर्षा की चेतावनी
मौसम विभाग के अनुसार बिहार के सुपौल, अररिया, रोहतास, औरंगाबाद और कैमूर जिलों में अति भारी वर्षा (Very Heavy Rainfall) की चेतावनी दी गई है। इन क्षेत्रों में जलजमाव और नदियों के जलस्तर में वृद्धि की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।
10 जिलों में भारी वर्षा के आसार
पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, सीतामढ़ी, शिवहर, मधुबनी, किशनगंज, पूर्णिया, कटिहार, गोपालगंज और गया जिलों में भारी बारिश (Heavy Rainfall) की संभावना जताई गई है। इन क्षेत्रों में 30–40 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से तेज़ हवाएं भी चल सकती हैं।
बादलों की गड़गड़ाहट के साथ छिटपुट बारिश
राज्य के अधिसंख्य भागों में बादलों की आवाजाही बनी हुई है। कई स्थानों पर मेघ गर्जन और हल्की से मध्यम वर्षा भी दर्ज की जा सकती है। मौसम विभाग ने नागरिकों को सतर्क रहने की सलाह दी है, विशेषकर उन क्षेत्रों में जो निचले इलाकों में आते हैं या जहां जल निकासी की सुविधा सीमित है।
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