भारत की नई 'ET-LDHCM' मिसाइल से दुनिया दंग

नई दिल्ली: भारत ने हाल ही में रक्षा क्षेत्र में एक और ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करते हुए अपनी नई हाइपरसोनिक क्रूज मिसाइल ET-LDHCM (Extended Trajectory Long Duration Hypersonic Cruise Missile) का सफल परीक्षण किया है। इसे भारत की विष्णु परियोजना के अंतर्गत विकसित किया गया है और इसकी तकनीकी क्षमताएं विश्व स्तर पर चर्चा का विषय बन गई हैं।

ET-LDHCM मिसाइल की सबसे बड़ी खासियत इसकी हाइपरसोनिक गति है — यह मैक 8 (लगभग 11,000 किमी/घंटा) तक की रफ्तार से उड़ान भर सकती है। यह भारत को न केवल रणनीतिक बढ़त देती है, बल्कि ब्रह्मोस जैसी सुपरसोनिक मिसाइलों की तुलना में कहीं अधिक उन्नत श्रेणी में स्थापित करती है।

मुख्य विशेषताएं:

1 .हाइपरसोनिक रफ्तार: मैक 8 तक की गति, जो इसे इंटरसेप्ट करना लगभग असंभव बनाती है।

2 .भार वहन क्षमता: यह 1,000 से 2,000 किलोग्राम तक पारंपरिक या परमाणु हथियार ले जा सकती है।

3 .विस्तारित रेंज: 1,500 किलोमीटर की मारक क्षमता के साथ यह मिसाइल दुश्मन के गहरे ठिकानों को भी आसानी से भेद सकती है।

4 .स्क्रैमजेट इंजन: यह मिसाइल वायुमंडलीय ऑक्सीजन का उपयोग करके उच्च दक्षता से हाइपरसोनिक गति पर उड़ान भर सकती है।

5 .प्रक्षेपण लचीलापन: इसे थल, वायु और जल – तीनों माध्यमों से लॉन्च किया जा सकता है, जो इसे बहु-आयामी हथियार प्रणाली बनाता है।

6 .चुपके और सटीकता: निम्न ऊंचाई पर उड़ान भरते हुए यह मिसाइल दुश्मन के रडार से बचने में सक्षम है और अत्यंत सटीक हमला करती है।

स्वदेशी निर्माण की सफलता

इस अत्याधुनिक मिसाइल का विकास रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) द्वारा पूरी तरह भारत में किया गया है। यह देश की बढ़ती हुई तकनीकी आत्मनिर्भरता (Atmanirbhar Bharat) और उन्नत रक्षा निर्माण क्षमताओं का प्रतीक है। इस मिसाइल के सफल टेस्ट सेअमेरिका, रूस और चीन जैसे देशों के साथ अब भारत भी हाइपरसोनिक क्लब में प्रमुख सदस्य बनकर उभरा है।

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