हर रात ये मंत्र बोलकर सोएं, तनाव होगा दूर और मन रहेगा शांत

धर्म डेस्क। आज की तेज़ रफ्तार जिंदगी में मानसिक तनाव, बेचैनी और नींद न आने की समस्याएं आम हो गई हैं। लोग दिनभर की भागदौड़ के बाद जब बिस्तर पर पहुंचते हैं, तो उनका मन शांत होने की बजाय और अधिक अशांत हो जाता है। ऐसे में प्राचीन भारतीय परंपरा में वर्णित कुछ मंत्र जाप आपके लिए लाभकारी साबित हो सकते हैं।

विशेषज्ञों और योगाचार्यों की मानें तो रात में सोने से पहले कुछ विशेष मंत्रों का उच्चारण करने से मन को गहराई से शांति मिलती है और नकारात्मक विचारों से राहत मिलती है। इनमें सबसे प्रमुख हैं - "ॐ नमः शिवाय" और गायत्री मंत्र:

1. ॐ नमः शिवाय – शिव का पवित्र नाम

यह पंचाक्षरी मंत्र अत्यंत शक्तिशाली माना गया है। "ॐ नमः शिवाय" का अर्थ है "मैं शिव को नमन करता हूँ।" इसे शिव का बीज मंत्र भी कहा जाता है, जो आत्मा की शुद्धि और ऊर्जा संतुलन में मदद करता है। रात को सोने से पहले इस मंत्र का 108 बार जाप करने से मानसिक शांति मिलती है और नींद में बाधाएं दूर होती हैं।

2. गायत्री मंत्र – दिव्य ऊर्जा का आह्वान

"ॐ भूर्भुवः स्वः तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात्"

गायत्री मंत्र वेदों का सार है और इसे अत्यंत शुभ व शक्तिशाली माना जाता है। इसका जाप ध्यानपूर्वक करने से न सिर्फ मन शांत होता है, बल्कि मानसिक स्पष्टता और सकारात्मक सोच भी विकसित होती है। यह मंत्र दिव्य ऊर्जा को आमंत्रित करता है, जिससे नकारात्मकता दूर होती है।

रात का समय क्यों होता है जाप के लिए उपयुक्त?

रात का समय आत्मचिंतन और विश्राम का होता है। यह वह समय है जब वातावरण अपेक्षाकृत शांत होता है और मानसिक रूप से व्यक्ति सबसे अधिक थक चुका होता है। ऐसे में इन मंत्रों का जाप शरीर और मन - दोनों को शुद्ध और संतुलित करता है।

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