इस अभिनव पहल में खास बात यह है कि इंजीनियरिंग कॉलेजों के छात्र स्वयंसेवक के रूप में इन बच्चों को पढ़ाएंगे। वे न केवल गणित के मूल सिद्धांत सिखाएंगे बल्कि आसान तकनीकों और रोचक तरीकों से पढ़ाई को बच्चों के लिए आसान और रुचिकर भी बनाएंगे।
दो सत्रों में चलेगा समर कैंप
समर कैंप का आयोजन सुबह और शाम दोनों समय किया जाएगा, ताकि अधिक से अधिक छात्र इसमें भाग ले सकें। यह कैंप गांव और टोलों के स्तर पर भी आयोजित किए जाएंगे, जिससे दूरदराज के क्षेत्रों में रहने वाले बच्चों को भी इस पहल का लाभ मिल सके।
प्रथम संस्था के सहयोग से होगा संचालन
शैक्षणिक सत्र 2025-26 के तहत आयोजित इस समर कैंप को 'प्रथम संस्था' के तकनीकी सहयोग से चलाया जाएगा। प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों (DEO) और समग्र शिक्षा के जिला कार्यक्रम पदाधिकारियों (DPO) को इस संबंध में पत्र जारी कर निर्देशित किया है कि वे कमजोर छात्रों की पहचान कर उन्हें इस कैंप में शामिल करें।
गर्मी की छुट्टियों को मिलेगा शैक्षणिक उद्देश्य
शिक्षा विभाग का मानना है कि यह पहल "छात्रों की सीखने की गति को बनाए रखने और उनकी बुनियादी गणितीय समझ को मजबूत करने" की दिशा में एक अहम कदम है। यह न केवल बच्चों की पढ़ाई में सुधार लाएगा, बल्कि उच्च शिक्षा के छात्रों को भी सामाजिक योगदान का अवसर प्रदान करेगा।
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