मौसम विज्ञान केंद्र लखनऊ के मुताबिक, दक्षिणी पंजाब, उत्तरी राजस्थान और हरियाणा के ऊपर सक्रिय एक पश्चिमी विक्षोभ इसका मुख्य कारण है। इस विक्षोभ का ट्रफ पंजाब से हरियाणा होते हुए केरल तक फैला हुआ है। इसके साथ ही पश्चिमी मध्य प्रदेश, विदर्भ, मराठवाड़ा और कर्नाटक के ऊपर एक और ट्रफ 1.5 किलोमीटर ऊंचाई पर सक्रिय है, जिसे अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से आ रही नम हवाएं ऊर्जा प्रदान कर रही हैं।
इन जिलों में सबसे ज्यादा खतरा
ऑरेंज अलर्ट वाले जिलों में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद, रामपुर, हापुड़, अमरोहा, मेरठ, गाजियाबाद, नोएडा, मथुरा, आगरा, कासगंज और मैनपुरी शामिल हैं। वहीं, दक्षिणी जिलों में झांसी, ललितपुर, महोबा, प्रयागराज, वाराणसी और सोनभद्र जैसे इलाके शामिल हैं। यहां तेज आंधी के साथ बारिश और कहीं-कहीं ओले गिरने की संभावना जताई गई है।
किसानों को बड़ा झटका
रविवार शाम रायबरेली के महाराजगंज और शिवगढ़ क्षेत्रों में तेज आंधी और बारिश के साथ ओले भी गिरे, जिससे आम की फसल को खासा नुकसान पहुंचा। वहीं, बाराबंकी जिले की हैदरगढ़ तहसील में तेज हवाओं और ओलावृष्टि से मेंथा, टमाटर, खीरा और खरबूजे की फसलें प्रभावित हुई हैं।
प्रशासन अलर्ट, लोगों से सतर्क रहने की अपील
प्रशासन की ओर से लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। खुले स्थानों पर न जाने, पेड़ों के नीचे खड़े न होने और बिजली उपकरणों से दूरी बनाए रखने की चेतावनी दी गई है। किसान भाइयों से फसलों की सुरक्षा के लिए उचित कदम उठाने की अपील की गई है।
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