1. दूध और डेयरी उत्पाद – कैल्शियम और प्रोटीन का भंडार
गर्भावस्था में शिशु की हड्डियों, दांतों और मांसपेशियों के विकास के लिए कैल्शियम और प्रोटीन बेहद जरूरी होते हैं। दूध, दही, पनीर जैसे डेयरी उत्पाद इसका बेहतरीन स्रोत हैं।
फायदे: हड्डियों को मजबूत बनाते हैं। भ्रूण के विकास में सहायक। प्री-एक्लेम्पसिया जैसी जटिलताओं की आशंका कम होती है।
2.हरी पत्तेदार सब्जियां – आयरन और फोलिक एसिड का स्रोत
पालक, मेथी, सरसों, चौलाई जैसी सब्जियां आयरन, फाइबर, फोलिक एसिड और कैल्शियम से भरपूर होती हैं। फोलिक एसिड गर्भावस्था की शुरुआत में सबसे जरूरी पोषक तत्व है।
फायदे: एनीमिया से बचाव। भ्रूण के न्यूरल ट्यूब डिफेक्ट्स को रोकता है। पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है।
3. सुपर फूड – सूखे मेवे और बीज
बादाम, अखरोट, चिया सीड्स, अलसी, कद्दू के बीज आदि ओमेगा-3 फैटी एसिड, आयरन, जिंक और फाइबर से भरपूर होते हैं। ये मस्तिष्क विकास और हार्मोन संतुलन के लिए बेहद लाभकारी हैं।
फायदे: बच्चे के मस्तिष्क और आंखों के विकास में सहायक। शरीर में ऊर्जा बनाए रखते हैं। पाचन शक्ति को बेहतर बनाते हैं।
4. फल – विटामिन्स और एंटीऑक्सिडेंट्स का खजाना
सेब, केला, अनार, संतरा, अमरूद जैसे मौसमी फल विटामिन C, A, फाइबर और एंटीऑक्सिडेंट्स से भरपूर होते हैं। इन्हें रोजाना के आहार में शामिल करना बेहद जरूरी है।
फायदे: रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं। त्वचा की चमक और मूड को बेहतर करते हैं। कब्ज जैसी समस्याओं से राहत दिलाते हैं।
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