क्या होता है फिटमेंट फैक्टर?
फिटमेंट फैक्टर एक गुणनांक (Multiplier) होता है, जिसे मौजूदा मूल वेतन पर लागू करके नए वेतन की गणना की जाती है। 7वें वेतन आयोग में यह फैक्टर 2.57 था। ऐसा अनुमान है कि 8वें वेतन आयोग में इसे बढ़ाकर 3.68 या उससे अधिक किया जा सकता है। यही फिटमेंट फैक्टर वेतन में होने वाली वृद्धि का मुख्य आधार होगा।
लेवल 1: लेवल 1 के कर्मचारियों की सैलरी में 18,000 रुपये से बढ़कर 51,480 रुपये होने की उम्मीद है, जो 33,480 रुपये की बढ़ोतरी है।
लेवल 2: लेवल 2 के कर्मचारियों की सैलरी 19,900 रुपये से बढ़कर 56,914 रुपये हो सकती है, जो 37,014 रुपये की बढ़ोतरी है।
लेवल 3: लेवल 3 के कर्मचारियों की सैलरी 21,700 रुपये से बढ़कर 62,062 रुपये होने की उम्मीद है, जो 40,362 रुपये की बढ़ोतरी है।
लेवल 4: लेवल 4 के कर्मचारियों की सैलरी 25,500 रुपये से बढ़कर 72,930 रुपये हो सकती है, जो 47,430 रुपये की बढ़ोतरी है
लेवल 5: लेवल 5 के कर्मचारियों की सैलरी 29,200 रुपये से बढ़कर 83,512 रुपये होने की उम्मीद है, जो 54,312 रुपये की बढ़ोतरी है।
लेवल 6: लेवल 6 के कर्मचारियों की सैलरी 35,400 रुपये से बढ़कर 1,01,244 रुपये हो सकती है, जो 65,844 रुपये की बढ़ोतरी है।
लेवल 7: लेवल 7 के कर्मचारियों की सैलरी 44,900 रुपये से बढ़कर 1,28,414 रुपये होने की उम्मीद है, जो 83,514 रुपये की बढ़ोतरी है।
लेवल 8: लेवल 8 के कर्मचारियों की सैलरी 47,600 रुपये से बढ़कर 1,36,136 रुपये हो सकती है, जो 88,536 रुपये की बढ़ोतरी है।
लेवल 9: लेवल 9 के कर्मचारियों की सैलरी 53,100 रुपये से बढ़कर 1,51,866 रुपये होने की उम्मीद है, जो 98,766 रुपये की बढ़ोतरी है।
लेवल 10: लेवल 10 के कर्मचारियों की सैलरी 56,100 रुपये से बढ़कर 1,60,446 रुपये हो सकती है, जो 1,04,346 रुपये की बढ़ोतरी है।
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