महिला शिक्षकों से बनवा रहे हाजिरी
आपको बता दें की जांच में सामने आया है कि कुछ शिक्षक स्वयं ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज नहीं कर रहे हैं, बल्कि महिला शिक्षकों से अपनी हाजिरी लगवा रहे हैं। यह न केवल नियमों का उल्लंघन है, बल्कि नैतिकता पर भी सवाल उठाता है।
फोटो और लोकेशन में मिल रही है विसंगति
ऑनलाइन उपस्थिति प्रणाली में सबसे बड़ी गड़बड़ी तस्वीरों और लोकेशन डेटा को लेकर सामने आई है। कई शिक्षकों की तस्वीरें पोर्टल पर दिखाई ही नहीं दे रही हैं। इसके अलावा, कुछ मामलों में लोकेशन को छिपाने की भी कोशिश की गई है, जिससे यह प्रमाणित करना मुश्किल हो जाता है कि शिक्षक स्कूल में ही मौजूद थे।
"स्कूल इन" और "स्कूल आउट" में अंतर
डीईओ (जिला शिक्षा पदाधिकारी) की समीक्षा में यह भी पाया गया है कि स्कूल इन और स्कूल आउट समय पर खींची गई तस्वीरों में भी काफी अंतर है। तस्वीरों में स्थान, प्रकाश और पोशाक जैसी चीज़ें मेल नहीं खा रही हैं, जिससे संदेह और गहरा हो गया है।
आठ शिक्षकों पर गिरी गाज
जिला शिक्षा विभाग ने इस फर्जीवाड़े को गंभीरता से लेते हुए आठ शिक्षकों को चिह्नित किया है। उनसे तीन दिनों के भीतर इस मामले पर स्पष्टीकरण देने को कहा गया है। यदि तय समय में संतोषजनक जवाब नहीं मिला, तो उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई तय मानी जा रही है।
क्या बोले अधिकारी?
एक वरिष्ठ शिक्षा अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया, "हमारी मंशा ऑनलाइन प्रणाली को पारदर्शी बनाना था, लेकिन कुछ शिक्षकों की लापरवाही और मिलीभगत से यह मकसद धूमिल हो रहा है। हम इस तरह की हरकतों पर सख्त कार्रवाई करेंगे।"
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