बिहार में निवेश की बहार: दो शहरों में खुलेगी दवा की फैक्ट्री

पटना। बिहार के औद्योगिक और स्वास्थ्य ढांचे को मजबूती देने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया गया है। राज्य में हेल्थ और टूरिज्म सेक्टर में कुल 382 करोड़ रुपये से अधिक के निवेश प्रस्तावों को हरी झंडी दी गई है। इन प्रस्तावों के तहत गया और मधुबनी में दवा निर्माण की दो इकाइयों की स्थापना की जाएगी, जबकि पटना के दानापुर क्षेत्र में मल्टी स्पेशियलिटी अस्पतालों की शुरुआत होगी। इसके अलावा वैशाली में एक अत्याधुनिक ड्रोन यूनिट स्थापित करने की भी योजना है।

गया और मधुबनी में खुलेगा दवा फैक्ट्री

गया और मधुबनी जिले राज्य के फार्मास्युटिकल मानचित्र पर जल्द ही अपनी पहचान बनाएंगे। गया में 12 करोड़ रुपये और मधुबनी में 4.56 करोड़ रुपये के निवेश से दवा फैक्ट्रियां स्थापित की जाएंगी। यह पहल न केवल स्वास्थ्य क्षेत्र को सुदृढ़ करेगी बल्कि स्थानीय युवाओं को रोजगार के नए अवसर भी प्रदान करेगी।

दानापुर में दो नए अस्पतालों की सौगात

स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर बनाने के लिए पटना जिले के दानापुर में दो स्पेशियलिटी अस्पताल खोलने के प्रस्तावों को भी वित्तीय मंजूरी दे दी गई है। इनमें एक प्रस्ताव में 20.45 करोड़ की लागत से 100 बेड वाला मल्टी स्पेशियलिटी अस्पताल शामिल है। दूसरा प्रस्ताव 8.84 करोड़ की लागत से एक विशेष अस्पताल के निर्माण का है। दोनों अस्पतालों के शुरू होने से क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं का स्तर काफी ऊंचा उठेगा।

वैशाली में स्थापित होगी ड्रोन यूनिट

इसके अलावे, तकनीकी विकास की दिशा में कदम बढ़ाते हुए वैशाली में एक आधुनिक ड्रोन यूनिट की स्थापना की योजना भी शामिल है। यह यूनिट राज्य के लॉजिस्टिक्स, कृषि और निगरानी सेवाओं को अत्याधुनिक तकनीकों से लैस करेगी।

रोजगार और विकास को मिलेगा बढ़ावा

इन निवेश प्रस्तावों को मिल चुकी वित्तीय स्वीकृति से यह स्पष्ट है कि बिहार सरकार राज्य के समावेशी विकास के लिए प्रतिबद्ध है। उद्योग, स्वास्थ्य और तकनीक के क्षेत्रों में यह निवेश युवाओं के लिए रोजगार के हजारों नए अवसर लेकर आएगा।

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