उत्तर प्रदेश के औद्योगिक परिदृश्य में एक नया अध्याय जुड़ने जा रहा है। प्रधानमंत्री मेगा इंटीग्रेटेड टेक्सटाइल रीजन एंड अपैरल (PM MITRA) योजना के अंतर्गत लखनऊ-हरदोई सीमा पर विकसित होने वाला मेगा टेक्सटाइल और परिधान पार्क न केवल राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूती देगा, बल्कि 1 लाख से अधिक युवाओं को रोजगार के अवसर भी प्रदान करेगा।
टेक्सटाइल सेक्टर में निवेश का सुनहरा अवसर
करीब 10,000 करोड़ रुपये के निवेश की उम्मीद के साथ प्रस्तावित यह टेक्सटाइल पार्क देश के सबसे बड़े औद्योगिक गलियारों में शामिल होगा। इसके तहत पूरी परियोजना को पीपीपी (पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप) मॉडल पर विकसित किया जाएगा। केंद्र सरकार की टेक्सटाइल मंत्रालय ने विस्तृत परामर्श के बाद मॉडल बिड दस्तावेज (RFP) और ड्राफ्ट कंसेशन एग्रीमेंट (DCA) तैयार कर लिया है, जिसके माध्यम से मास्टर डेवलपर का चयन किया जाएगा।
केंद्र से 500 करोड़ की विशेष सहायता
भारत सरकार की ओर से मास्टर डेवलपर को कोर इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास के लिए 500 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता दो चरणों में प्रदान की जाएगी। इस बीच उत्तर प्रदेश सरकार ने 'पीएम मित्र पार्क उत्तर प्रदेश लिमिटेड' नाम से एक SPV का गठन भी कर लिया है, जो परियोजना की निगरानी और समन्वयन में अहम भूमिका निभाएगा।
DBFOT मॉडल पर होगी परियोजना की स्थापना
यह परियोजना डिजाइन, बिल्ड, फाइनेंस, ऑपरेट और ट्रांसफर (DBFOT) मॉडल पर आधारित होगी। चयनित मास्टर डेवलपर को पार्क का विकास, निर्माण, प्रबंधन और संचालन 50 वर्षों की रियायत अवधि के लिए सौंपा जाएगा। इस अवधि के बाद पार्क का स्वामित्व और संचालन पुनः राज्य सरकार और विशेष प्रयोजन वाहन (SPV) को हस्तांतरित कर दिया जाएगा।
रोजगार और औद्योगिक इकाइयों को मिलेंगे विशेष प्रोत्साहन
इस टेक्सटाइल पार्क में स्थापित होने वाली इंडस्ट्रियल यूनिट्स को योगी सरकार द्वारा कर और शुल्कों में विशेष छूट प्रदान की जाएगी, जिससे निवेशकों को आकर्षित किया जा सके। परियोजना के पूर्ण होने पर यह पार्क प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से 1 लाख से अधिक लोगों को रोजगार देने में सक्षम होगा। लखनऊ-हरदोई सीमा पर विकसित हो रहा यह टेक्सटाइल पार्क न केवल यूपी को देश के प्रमुख टेक्सटाइल हब के रूप में स्थापित करेगा, बल्कि इससे जुड़े क्षेत्रीय किसानों, कारीगरों और उद्यमियों को भी सीधा लाभ मिलेगा।
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