यूपी में लेखपालों की लापरवाही पर बड़ी कार्रवाई, 16 निलंबित

प्रयागराज: उत्तर प्रदेश सरकार ने राजस्व विभाग में लापरवाही और गैर-जवाबदेही पर बड़ा कदम उठाया है। योगी सरकार ने जनता की शिकायतों के समाधान में कोताही बरतने वाले प्रयागराज जिले के 16 लेखपालों को निलंबित कर दिया है। इसके साथ ही दो लेखपालों को प्रतिकूल प्रविष्टि दी गई है। यह कार्रवाई आईजीआरएस (इंटीग्रेटेड ग्रिवांस रिड्रेसल सिस्टम) पोर्टल पर शिकायतों के सबसे खराब निस्तारण को लेकर की गई है, जिसमें प्रयागराज प्रदेशभर में सबसे नीचे रहा है।

आईजीआरएस रैंकिंग में प्रयागराज सबसे फिसड्डी

आईजीआरएस पोर्टल के आधार पर राज्य सरकार हर महीने जिलों की रैंकिंग जारी करती है, जो सीधे-सीधे अधिकारियों के प्रदर्शन को दर्शाती है। इस बार प्रयागराज की स्थिति सबसे खराब रही। जिले की रैंकिंग जनवरी में 66, फरवरी में 72, मार्च में 74 और अप्रैल व मई में लगातार 75वीं रही है। यह प्रदेश की अब तक की सबसे खराब रैंकिंग मानी जा रही है।

प्रशासन की सख्ती, दोषियों की हुई पहचान

मुख्य राजस्व अधिकारी कुंवर पंकज के अनुसार, तहसीलवार समीक्षा के बाद हर तहसील से दो-दो लेखपालों को चिह्नित किया गया, जिनकी कार्यप्रणाली अत्यंत निराशाजनक पाई गई। आरोप है कि इन लेखपालों ने शिकायतों को गंभीरता से नहीं लिया, समयबद्ध समाधान नहीं किया, शिकायतकर्ताओं से संपर्क नहीं किया, बैठकों में शामिल नहीं हुए और वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशों की लगातार अनदेखी की।

लेखपालों की नाकामी से नाराज सरकार

आईजीआरएस पर आने वाली शिकायतें सीधे जनता से जुड़ी होती हैं। इनमें भूमि विवाद, अतिक्रमण, सरकारी योजनाओं का लाभ न मिलना, प्रमाण पत्रों में गड़बड़ी जैसी समस्याएं शामिल होती हैं। इनका समय पर निस्तारण न होना प्रशासनिक विफलता मानी जाती है। ऐसे में सरकार ने तय किया कि अब लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

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