1. अश्वगंधा – पुरुष शक्ति का स्तंभ
अश्वगंधा को आयुर्वेद में "बल्य औषधि" माना गया है। यह न केवल शरीर को ताकत देती है, बल्कि तनाव को कम करती है और वीर्य निर्माण में सहायक होती है। इससे टेस्टोस्टेरोन का स्तर बढ़ाता है, शुक्राणुओं की संख्या और गुणवत्ता में सुधार होता हैं तथा रक्त संचार बेहतर बनाता है।
कैसे लें: रोज सुबह और रात को दूध के साथ अश्वगंधा चूर्ण का सेवन करें।
2. खजूर – प्राकृतिक ऊर्जा स्रोत
खजूर आयरन और पोटैशियम से भरपूर होता है। यह खून की कमी (एनीमिया) को दूर करता है और वीर्य की मात्रा बढ़ाने में सहायक है। यह खून बढ़ाने में मददगार हैं तथा वीर्य को गाढ़ा और पोषक बनाता है, साथ ही हॉर्मोन बैलेंस करता है।
कैसे लें: रोज 4-5 खजूर गर्म दूध में भिगोकर सुबह सेवन करें।
3. च्यवनप्राश – संपूर्ण आयुर्वेदिक टॉनिक
च्यवनप्राश एक ऐसा बहुउपयोगी आयुर्वेदिक मिश्रण है, जिसमें आंवला, अश्वगंधा, शतावरी और कई शक्तिवर्धक जड़ी-बूटियाँ होती हैं। यह इम्युनिटी बढ़ाता है तथा शरीर में खून की मात्रा को तेज करता हैं। यह पुरुषों के लिए वीर्यवर्धक और बलवर्धक हैं, तथा हॉर्मोन संतुलन बनाए रखता है।
कैसे लें: रोज सुबह खाली पेट एक चम्मच च्यवनप्राश दूध के साथ लें।
4. शतावरी – वीर्य और प्रजनन शक्ति बढ़ाने वाली औषधि
शतावरी को मुख्यतः महिलाओं की औषधि माना जाता है, लेकिन यह पुरुषों के लिए भी अत्यंत लाभकारी है। यह वीर्य की गुणवत्ता बढ़ाने और प्रजनन प्रणाली को दुरुस्त करने में मदद करती है। यह शुक्राणुओं की गुणवत्ता सुधारती है, यौन कमजोरी को दूर करती है, साथ ही शरीर में खून के स्तर को संतुलित रखती है
कैसे लें: शतावरी चूर्ण को दूध में मिलाकर रात को सोने से पहले लें।
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