क्या है ‘मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना’?
उत्तर प्रदेश सरकार ने इस योजना की शुरुआत 1 अप्रैल 2019 को की थी। इसका मकसद राज्य में गिरते लिंग अनुपात को सुधारना और लड़कियों को समाज में बराबरी का स्थान दिलाना है। पहले इस योजना के तहत कुल 15,000 रुपये तक की सहायता दी जाती थी, लेकिन 2023 में इसे बढ़ाकर 25,000 रुपये कर दिया गया।
ऐसे मिलते हैं पैसे: छह चरणों में लाभ
इस योजना के तहत आर्थिक मदद छह चरणों में दी जाती है। हर चरण में अलग-अलग उम्र और शिक्षा स्तर पर बेटियों को पैसे दिए जाते हैं: बेटी के जन्म पर: ₹5,000, 1 साल की होने पर सभी टीकाकरण पूरे करने के बाद: ₹2,000, कक्षा 1 में प्रवेश लेने पर: ₹2,000, कक्षा 6 में प्रवेश लेने पर: ₹2,000, कक्षा 9 में प्रवेश पर: ₹3,000, 12वीं पास करने पर: ₹7,000, अंतिम किस्त यानी ₹7,000 की राशि तब ही मिलती है जब बेटी 12वीं पास कर लेती है और 18 साल की हो चुकी हो।
योजना की आधिकारिक वेबसाइट: mksy.up.gov.in
क्या है पात्रता?
बेटी उत्तर प्रदेश की निवासी होनी चाहिए।
परिवार की सालाना आय ₹3 लाख से अधिक नहीं होनी चाहिए।
एक परिवार की अधिकतम दो बेटियां इस योजना का लाभ ले सकती हैं।
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