बिहार में मौसम का मिजाज एक बार फिर बदलने वाला है। मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार, अगले 24 घंटों के भीतर प्रदेश के पूर्वोत्तर हिस्सों के सात जिलों—सुपौल, अररिया, किशनगंज, मधेपुरा, सहरसा, कटिहार और खगड़िया—में आंधी-पानी के साथ मेघ गर्जन और वज्रपात की संभावना जताई गई है। इन जिलों के लिए यलो अलर्ट जारी किया गया है।
मौसम विभाग की मानें तो पूर्वोत्तर असम और इसके आसपास के क्षेत्रों में बने चक्रवाती परिसंचरण के चलते बिहार के मौसम पर भी प्रभाव पड़ रहा है। इसके चलते राजधानी पटना सहित आसपास के क्षेत्रों में आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे, लेकिन भारी बारिश की फिलहाल संभावना नहीं है।
बढ़ेगा तापमान, बढ़ेगी उमस
मौसम विभाग का यह भी कहना है कि आगामी 24 घंटे बाद, अगले चार दिनों के दौरान, राज्य के अधिकतर हिस्सों में अधिकतम तापमान में दो से चार डिग्री सेल्सियस तक वृद्धि देखने को मिल सकती है। इसके साथ ही नमी युक्त पछुआ और पूर्वा हवाओं के कारण उमस में भी इजाफा होगा, जिससे आम जनजीवन प्रभावित हो सकता है।
बुधवार को राजधानी पटना और इसके आसपास के क्षेत्रों में दिनभर आंशिक रूप से बादल छाए रहे, लेकिन तापमान में कोई खास गिरावट दर्ज नहीं की गई। मौसम विभाग ने लोगों से सतर्क रहने और विशेष रूप से वज्रपात के समय खुले स्थानों से दूर रहने की सलाह दी है।
क्या है यलो अलर्ट?
यलो अलर्ट का अर्थ है कि मौसम बिगड़ सकता है और इससे सामान्य जनजीवन प्रभावित हो सकता है। इसके तहत लोगों को सतर्क रहने और आवश्यक सावधानियां बरतने की सलाह दी जाती है। विशेष रूप से किसानों, बच्चों और खुले में कार्य कर रहे लोगों के लिए यह चेतावनी अहम मानी जाती है। मौसम विभाग के मुताबिक, प्रदेश का मौसम अगले कुछ दिनों तक इसी तरह अस्थिर बना रह सकता है। लोग विभाग की ओर से समय-समय पर जारी की जाने वाली चेतावनियों पर ध्यान दें और मौसम अपडेट से जुड़े रहें।
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