टॉप कॉलेजों के लिए दौड़ तेज़
हालांकि अधिकांश छात्रों को आसानी से दाखिला मिल जाएगा, लेकिन राजकीय डिग्री कॉलेजों और सहायता प्राप्त (एडेड) डिग्री कॉलेजों की 8000 सीटों के लिए प्रतिस्पर्धा कहीं अधिक तीव्र रहने की उम्मीद है। इन कॉलेजों में दाखिले के लिए अच्छी रैंक जरूरी है। जिन छात्रों की रैंक अपेक्षाकृत कम रही है, उन्हें विकल्प के तौर पर प्राइवेट बीएड कॉलेजों का रुख करना होगा।
आवेदन और सीटों का विश्लेषण
परीक्षा में शामिल होने के लिए 2,23,000 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था, लेकिन सफल अभ्यर्थियों की संख्या इससे अधिक (3,04,980) दर्शाई जा रही है, जो यह संकेत देती है कि आवेदन प्रक्रिया में बाद में जुड़ाव या कुछ तकनीकी पहलू शामिल हो सकते हैं।
बीते वर्ष की तुलना में इस बार प्रतिस्पर्धा थोड़ी बढ़ी है, क्योंकि पिछले साल करीब 1 लाख सीटें खाली रह गई थीं। हालांकि यह भी संभावना जताई जा रही है कि नए सेल्फ फाइनेंस कॉलेजों के जुड़ने से सीटों की संख्या बढ़ सकती है, जिससे दाखिले की प्रक्रिया और भी सहज हो जाएगी।
0 comments:
Post a Comment