बिहार में बिगड़ेगा मौसम: 21 जिलों में होगी भयंकर बारिश!

पटना। बिहार में आखिरकार लोगों को भीषण गर्मी से राहत मिली है, क्योंकि दक्षिण-पश्चिम मानसून ने 17 जून 2025 को राज्य में दस्तक दे दी है। इसने सबसे पहले राज्य के पूर्वी हिस्सों में प्रवेश किया और इसके साथ ही कई जिलों में बारिश का सिलसिला शुरू हो गया। मानसून की पहली फुहारों ने तपती धरती को भिगो दिया है और आम जनजीवन को कुछ सुकून पहुंचाया है।

21 जिलों में ऑरेंज अलर्ट, 17 में येलो अलर्ट

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने प्रदेश के सभी 38 जिलों के लिए अलर्ट जारी किया है। इनमें से 21 जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट घोषित किया गया है, जहां 50-60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने और भारी बारिश की संभावना जताई गई है। ये जिले संभावित रूप से अधिक प्रभावित हो सकते हैं और लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। वहीं, शेष 17 जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है, जहां मध्यम दर्जे की बारिश और हल्की-तेज हवाएं चलने की संभावना है।

मानसून की पहली बारिश से राहत

राज्य के किशनगंज, कटिहार, औरंगाबाद, रोहतास, नालंदा, भोजपुर, बांका, भागलपुर, सीवान, बक्सर, मुंगेर और लखीसराय जैसे जिलों में मानसून की पहली बारिश दर्ज की गई है। इन जिलों में बारिश ने तापमान में गिरावट लाकर लोगों को राहत दी है। खेतों में नमी लौट आई है और किसान खरीफ फसलों की बुआई की तैयारी में जुट गए हैं।

26 जून तक पूरे राज्य में फैल जाएगा मानसून

मौसम विभाग के वैज्ञानिकों के अनुसार, 26 जून 2025 तक पूरा बिहार मानसून के प्रभाव में आ जाएगा। इस वर्ष मानसून के सामान्य रहने की संभावना जताई गई है, जिसका अर्थ है कि राज्य में सामान्य मात्रा में वर्षा होने की उम्मीद है। यह खेती-किसानी के लिहाज से एक शुभ संकेत है।

प्रशासन और जनता को सतर्क रहने की सलाह

तेज हवाओं और भारी बारिश की चेतावनी को देखते हुए आपदा प्रबंधन विभाग और स्थानीय प्रशासन को सतर्क रहने को कहा गया है। साथ ही, लोगों से अपील की गई है कि वे गैर जरूरी यात्रा से बचें, बिजली के खंभों और पेड़ों के नीचे खड़े न हों और मौसम से जुड़ी सरकारी सूचनाओं पर नज़र रखें। 

0 comments:

Post a Comment