पिछले साल से 27 पायदान ऊपर चढ़ा IIT दिल्ली
पिछले साल IIT दिल्ली को 150वीं रैंक मिली थी, जबकि इस बार उसने 27 स्थान की छलांग लगाई है। QS ने बताया कि यह सुधार कई प्रमुख मैट्रिक्स में बेहतर प्रदर्शन के कारण हुआ है। एंप्लॉयर रेपुटेशन में 23 पायदान, फैकल्टी साइटेशन में 40 पायदान, और एंप्लॉयर रिजल्ट में 21 स्थान की वृद्धि IIT दिल्ली की सफलता के प्रमुख कारण रहे हैं। इसके साथ ही, स्थिरता (Sustainability) के मानक पर भी संस्थान ने 252 स्थानों की प्रभावशाली बढ़त दर्ज की है।
IIT बॉम्बे की रैंकिंग में गिरावट
जहां IIT दिल्ली ने छलांग लगाई है, वहीं IIT बॉम्बे को इस बार झटका लगा है। पिछले साल वह 118वीं रैंक पर था, लेकिन इस बार 11 पायदान फिसलकर 129वें स्थान पर आ गया है। यह गिरावट संस्थान के लिए एक चेतावनी है कि प्रतिस्पर्धा अब और तीव्र हो चुकी है।
अन्य भारतीय संस्थानों की स्थिति
इस रैंकिंग में IIT मद्रास (180), IIT खड़गपुर (215), IISc बैंगलोर (219), और IIT कानपुर (222) जैसे प्रमुख संस्थानों ने भी जगह बनाई है। इसके अलावा IIT गुवाहाटी (334), IIT रुड़की (339), दिल्ली यूनिवर्सिटी (328) और अन्ना यूनिवर्सिटी (465) ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है।
वैश्विक स्तर पर भारत की स्थिति
संख्या के हिसाब से QS वर्ल्ड रैंकिंग 2026 में भारत चौथे स्थान पर रहा है। अमेरिका (192), यूके (90), और चीन (72) के बाद भारत के 54 संस्थानों को इस सूची में जगह मिली है। हालांकि, अभी भी भारत का कोई भी संस्थान टॉप 100 में प्रवेश नहीं कर पाया है।
MIT ने फिर किया टॉप
ग्लोबल स्तर पर मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (MIT) ने लगातार 14वीं बार शीर्ष स्थान प्राप्त किया है। इसके बाद इंपीरियल कॉलेज लंदन, स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी, ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी, और हार्वर्ड यूनिवर्सिटी ने शीर्ष पांच में स्थान बनाया है।
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