क्या है तुलसी की मंजरी?
तुलसी की मंजरी यानी उसके फूलों का गुच्छा—दिखने में छोटा जरूर होता है, लेकिन इसके औषधीय गुण अपार हैं। इसमें एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-वायरल, एंटी-इंफ्लेमेटरी, और एंटी-ऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं। यही वजह है कि इसे कई बीमारियों के उपचार में उपयोग किया जाता है।
कौन-कौन सी बीमारियों में फायदेमंद?
1 .सर्दी-खांसी और जुकाम: तुलसी की मंजरी को अदरक और शहद के साथ सेवन करने से पुराना से पुराना जुकाम भी ठीक हो जाता है।
2 .पाचन तंत्र की गड़बड़ी: इसे चबाने या इसके काढ़े का सेवन करने से गैस, अपच और कब्ज में राहत मिलती है।
3 .सिरदर्द और माइग्रेन: मंजरी की सुगंध से मानसिक तनाव कम होता है और सिरदर्द में राहत मिलती है।
4 .इम्यून सिस्टम मजबूत: यह शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाकर संक्रमण से लड़ने में मदद करती है।
5 .ब्लड शुगर कंट्रोल: तुलसी की मंजरी नियमित रूप से लेने से शुगर लेवल नियंत्रित रहता है।
6 .त्वचा रोग: मंजरी को पीसकर लगाने से फोड़े-फुंसी, कील-मुंहासे दूर होते हैं।
कैसे करें उपयोग?
1 .चाय में डालकर: तुलसी की मंजरी को हर्बल चाय में डालें। स्वाद भी बढ़ेगा और सेहत भी।
2 .काढ़ा बनाकर: तुलसी की पत्तियों और मंजरी को पानी में उबालकर काढ़ा बनाएं और सुबह-शाम सेवन करें।
3 .सूखा कर पाउडर: मंजरी को छांव में सुखाकर उसका पाउडर बनाएं और आधा चम्मच रोज सुबह गर्म पानी के साथ लें।
0 comments:
Post a Comment