भारत की स्टील्थ हाइपरसोनिक मिसाइल तैयार: रेंज पर चीन-पाक!

नई दिल्ली। भारत रक्षा क्षेत्र में एक नई छलांग लगाने जा रहा है। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) जल्द ही एक उन्नत और खतरनाक मिसाइल का परीक्षण करने वाला है — ET-LDHCM, यानी Extended Trajectory – Long Duration Hypersonic Cruise Missile। यह सिर्फ एक मिसाइल नहीं, बल्कि भारत की तकनीकी आत्मनिर्भरता और सामरिक रणनीति का प्रतीक है।

आत्मनिर्भर भारत की नई मिसाइल क्रांति

ET-LDHCM को "प्रोजेक्ट विष्णु" के तहत विकसित किया जा रहा है — यह एक गुप्त और उच्च प्राथमिकता वाला सैन्य कार्यक्रम है, जो भारत की हाइपरसोनिक मारक क्षमता को दुनिया के शीर्ष देशों की श्रेणी में ले जाएगा। मिसाइल को पूरी तरह से स्वदेशी तकनीक से हैदराबाद स्थित डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम मिसाइल कॉम्प्लेक्स में तैयार किया गया है।

गति: ध्वनि की गति से 8 गुना तेज!

ET-LDHCM एक हाइपरसोनिक क्रूज मिसाइल है, जो मैक 8 यानी आवाज की गति से आठ गुना तेज गति से उड़ सकती है। यह करीब 11,000 किमी/घंटा की रफ्तार से उड़ते हुए दुश्मन को पल भर में तबाह करने में सक्षम है।

रेंज: चीन और पाकिस्तान अब रडार पर

मिसाइल की मारक दूरी 1500 किलोमीटर से अधिक है। यानी भारत के किसी भी कोने से इसे दागा जा सकता है, और यह पाकिस्तान के हर शहर और चीन के महत्वपूर्ण सैन्य ठिकानों तक आसानी से पहुंच सकती है — बिना सीमा पार किए।

स्टील्थ और रडार चकमा देने की तकनीक

ET-LDHCM बेहद कम ऊंचाई पर उड़ती है और हवा में ज़िगज़ैग (maneuvering) करती है। इससे यह दुश्मन के रडार की पकड़ में नहीं आती और एयर डिफेंस सिस्टम को भेदने में माहिर है। स्क्रैमजेट इंजन इसे लगातार तेज़ रफ्तार से उड़ने की शक्ति देता है।

मिसाइल की तकनीकी विशेषताएं

गति: लगभग 11,000 किमी/घंटा (मैक 8)

रेंज: 1500+ किलोमीटर से ज्यादा 

इंजन: स्क्रैमजेट (Scramjet) इंजन

सटीकता: हाई-प्रिसिशन गाइडेंस (GPS + INS)

स्टील्थ: रडार से बच निकलने वाली तकनीक

वारहेड क्षमता: 1000–2000 किलोग्राम (परमाणु व गैर-परमाणु दोनों)

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