सभी केंद्रीय कर्मचारियों के लिए बड़ी खबर, तुरंत पढ़ें

नई दिल्ली। भारत सरकार ने सरकारी कामकाज में पारदर्शिता और दक्षता बढ़ाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी) ने सभी केंद्रीय मंत्रालयों और विभागों में ई-सर्विस बुक (ई-सेवा पुस्तिका) लागू करने का आदेश जारी किया है। इस नई व्यवस्था के तहत अब सभी केंद्रीय कर्मचारियों की सेवा संबंधी जानकारी डिजिटल रूप में ई-एचआरएमएस 2.0 पोर्टल पर दर्ज की जाएगी, जिसे आधिकारिक रिकॉर्ड के रूप में मान्यता दी जाएगी।

ई-सेवा पुस्तिका क्या है?

सरकारी कर्मचारियों की सेवा पुस्तिका उनके कैरियर की संपूर्ण यात्रा का दस्तावेज़ होती है। इसमें नियुक्ति, पदोन्नति, वेतन संशोधन, स्थानांतरण, छुट्टियां और अन्य प्रशासनिक गतिविधियों का पूरा विवरण होता है। परंपरागत रूप से यह जानकारी कागजी रूप में रखी जाती थी, जिससे कई बार डेटा की सुरक्षा, रख-रखाव और आवश्यकता पड़ने पर जानकारी प्राप्त करने में कठिनाइयां आती थीं।

ई-सेवा पुस्तिका के लाभ

1 .सुविधा और त्वरित एक्सेस: कर्मचारी और अधिकारी कहीं से भी, कभी भी अपनी सेवा जानकारी ऑनलाइन देख और अपडेट कर सकते हैं।

2 .डेटा की सुरक्षा: डिजिटल रिकॉर्ड सुरक्षित क्लाउड स्टोरेज में रखे जाएंगे, जिससे डाटा हानि या छेड़छाड़ की संभावना कम होगी।

3 .कार्यकुशलता में वृद्धि: विभागीय कामों में तेजी आएगी क्योंकि प्रशासनिक कार्यों के लिए कागज की बजाय डिजिटल दस्तावेजों का सहारा लिया जाएगा।

4 .पारदर्शिता और जवाबदेही: सेवा संबंधित सभी जानकारियां स्पष्ट और आधिकारिक रूप में उपलब्ध होने से जवाबदेही बढ़ेगी।

5 .डिजिटल इंडिया के लक्ष्य को बल: यह कदम सरकार के ‘डिजिटल इंडिया’ मिशन को सशक्त बनाएगा, जिससे सरकारी सेवाओं में तकनीकी सुधार आएगा।

कार्यान्वयन की प्रक्रिया

सभी केंद्रीय कर्मचारियों को ई-एचआरएमएस 2.0 पोर्टल पर लॉग इन कर अपनी सेवा पुस्तिका डिजिटल रूप में दर्ज करनी होगी। पोर्टल पर उपलब्ध जानकारी को पूरी तरह सत्यापित और अद्यतन करना आवश्यक होगा। एक बार सभी जानकारी डिजिटल हो जाने के बाद, भौतिक सेवा पुस्तिकाओं को चरणबद्ध तरीके से समाप्त किया जाएगा। डिजिटल सेवा पुस्तिका को आधिकारिक रिकॉर्ड के तौर पर मान्यता दी जाएगी।

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