मानसून का असर तेज
दक्षिणी हिस्से से उठी निम्नदाब की स्थिति अब यूपी की सीमा में प्रवेश कर चुकी है। इससे सबसे ज्यादा प्रभाव पूर्वी और मध्य उत्तर प्रदेश के साथ बुंदेलखंड के जिलों में देखने को मिलेगा। मौसम विभाग ने इन इलाकों के लिए भारी से अत्यधिक भारी वर्षा का पूर्वानुमान जताया है। बुंदेलखंड के बांदा जिले में बीते 24 घंटों में 121 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई, जो इस क्षेत्र में सक्रिय मानसून का साफ संकेत है।
आकस्मिक बाढ़ का खतरा
बारिश की तीव्रता को देखते हुए विभाग ने सोनभद्र, मिर्जापुर, चंदौली, वाराणसी, भदोही (संत रविदास नगर), गाजीपुर, आजमगढ़, मऊ, बलिया, देवरिया, गोरखपुर और संत कबीर नगर के कुछ हिस्सों में फ्लैश फ्लड की चेतावनी जारी की है। इन जिलों में अचानक पानी भरने और नदी-नालों में जलस्तर बढ़ने की आशंका जताई गई है।
बिजली गिरने का व्यापक खतरा
तेज बारिश के साथ-साथ वज्रपात का खतरा भी बढ़ गया है। प्रदेश के मध्य, पूर्वी, पश्चिमी और दक्षिणी हिस्सों के कई जिलों में बिजली गिरने की चेतावनी दी गई है। खासतौर पर प्रयागराज, कौशांबी, चित्रकूट, जौनपुर, गोंडा, बहराइच, लखीमपुर खीरी, कानपुर, लखनऊ, आगरा, फिरोजाबाद, बरेली, मुरादाबाद, और झांसी जैसे जिलों में लोग सतर्क रहें।
किन जिलों में कैसा मौसम?
बहुत भारी वर्षा संभव: बांदा, चित्रकूट, प्रयागराज, महोबा, झांसी, ललितपुर।
भारी वर्षा की संभावना: वाराणसी, कानपुर, रायबरेली, अमेठी, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, बरेली।
बिजली गिरने का जोखिम: पूर्वी यूपी से लेकर पश्चिमी सीमा तक करीब 50 से अधिक जिलों में।
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