इस भर्ती की खास बात यह है कि शैक्षिक योग्यता में बड़ी बदलाव किया गया है। पिछले भर्ती चक्र में प्रवक्ता पद के लिए केवल परास्नातक की डिग्री को अनिवार्य माना गया था, लेकिन इस बार शासन द्वारा जारी नई नियमावली के अनुसार, बीएड (बैचलर ऑफ एजुकेशन) डिग्री को भी अनिवार्य किया गया है। इसका मतलब यह हुआ कि अब केवल वे अभ्यर्थी ही इस भर्ती के लिए आवेदन कर सकेंगे जिनके पास बीएड की डिग्री होगी।
बीएड डिग्री को अनिवार्य बनाने का निर्णय शिक्षा के स्तर और गुणवत्ता को बढ़ावा देने के लिए उठाया गया है। बीएड की डिग्री प्राप्त अभ्यर्थी न केवल विषय विशेषज्ञ होते हैं, बल्कि शिक्षण के आधुनिक तरीकों और शैक्षिक तकनीकों में भी प्रशिक्षित होते हैं। इससे बच्चों को बेहतर शिक्षा और मार्गदर्शन मिल सकेगा।
इस बदलाव से यह स्पष्ट होता है कि शिक्षा विभाग शिक्षकों की योग्यता और दक्षता को महत्व दे रहा है। इससे आने वाले समय में विद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार की उम्मीद की जा सकती है। इसके साथ ही, बीएड डिग्रीधारकों को नौकरी के अवसर बढ़ने से शिक्षण क्षेत्र में भी प्रतिस्पर्धा और सुधार की प्रक्रिया तेज होगी।
0 comments:
Post a Comment