मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन क्षेत्रों और केंद्रों में धान की खरीद कम हो रही है, वहां विशेष ध्यान दिया जाए। किसानों को खरीद प्रक्रिया और न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) के बारे में व्यापक जानकारी प्रदान की जाए। इसके लिए प्रचार-प्रसार के साथ-साथ किसानों से दूरभाष पर संपर्क भी किया जाए।
धान की खरीद की स्थिति
बैठक में जानकारी दी गई कि पश्चिमी यूपी में 1 अक्टूबर और पूर्वी यूपी में 1 नवंबर से धान की सरकारी खरीद शुरू हो चुकी है। सोमवार तक प्रदेश में 1,02,609 किसानों से कुल 6,07,891 टन धान खरीदा जा चुका है। इसके लिए 4,92,001 किसानों ने पंजीकरण कराया है।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि अधिकतम संख्या में किसानों से क्रय केंद्रों पर धान खरीदा जाए, ताकि वे MSP का पूरा लाभ प्राप्त कर सकें। इसके लिए क्रय योजना का प्रचार-प्रसार और ई-उपार्जन पोर्टल पर ऑनलाइन पंजीकरण को बढ़ावा दिया जाए।
सुविधाओं और निरीक्षण पर जोर
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि पंजीकरण के ऑनलाइन और ऑफलाइन सत्यापन में कोई असुविधा नहीं होनी चाहिए। विभागीय अधिकारी किसानों से दूरभाष पर संपर्क करके भी खरीद प्रक्रिया की जानकारी दें। क्रय केंद्रों पर सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं, ताकि फसल बेचने आने वाले किसानों को किसी प्रकार की परेशानी न हो।
साथ ही, अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि रोजाना क्रय केंद्रों का निरीक्षण करें और किसी भी अनियमितता या लापरवाही की स्थिति में संबंधित के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाए। मुख्यमंत्री ने मक्का, ज्वार और बाजरा की सरकारी खरीद की गति बढ़ाने के भी निर्देश दिए।
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