भारत में 'जेट इंजन' बनाने की फैक्ट्री खुली, चीन सन्न!

नई दिल्ली। भारत अब उन देशों में शामिल हो गया है जो अत्याधुनिक विमानन तकनीक विकसित कर रहे हैं। इसी दिशा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हैदराबाद में सफरान एयरक्राफ्ट इंजन सर्विसेज इंडिया (SAESI) सुविधा का उद्घाटन किया। यह नया केंद्र विमान रखरखाव, मरम्मत और ओवरहाल (MRO) के लिए वैश्विक स्तर पर भारत की स्थिति को मजबूत करेगा।

SAESI केंद्र की खास बातें:

यह सुविधा फ्रांसीसी कंपनी सफरान का समर्पित MRO केंद्र है और विशेष रूप से LEAP जेट इंजनों के रखरखाव के लिए काम करेगी। LEAP इंजन एयरबस A320neo और बोइंग 737 MAX जैसे विमानों को ताकत देते हैं। यह केंद्र 45,000 वर्ग मीटर में फैला है और लगभग 1,300 करोड़ रुपये के निवेश से तैयार किया गया।

बता दें की यह फैक्ट्री पूरी तरह चालू होने पर यह हर साल 300 इंजनों की सर्विस करने में सक्षम होगा और 1,000 से अधिक उच्च-कुशल भारतीय इंजीनियरों और तकनीशियनों को रोजगार देगा। इससे भारत की तकनीकी शक्ति में भी बढ़ोत्तरी देखने को मिलेगी।

MRO सुविधा के फायदे:

अब भारतीय एयरलाइंस को अपने विमानों के इंजनों की मरम्मत के लिए विदेश भेजने की जरूरत नहीं होगी, जिससे समय और खर्च दोनों में बचत होगी। रखरखाव देश में होने से हवाई यात्रा की लागत कम हो सकती है और यात्रियों के लिए टिकट सस्ती होगी। हजारों नई नौकरियों के साथ भारत के इंजीनियरिंग और एविएशन सेक्टर को मजबूती मिलेगी।

सरकारी नीतियों का योगदान:

सरकार ने MRO सेवाओं पर GST को सरल बनाया और संचालन के नियम आसान किए। राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन नीति-2016 के तहत कर प्रणाली और रॉयल्टी बोझ में कमी की गई, जिससे निवेशकों के लिए भारत आकर्षक बन गया। हैदराबाद में स्थापित यह केंद्र भारत को विमानन क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के साथ ही एशिया के प्रमुख एविएशन हब के रूप में उभारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

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