भारत ने रूस-जापान को छोड़ा पीछे, बना बड़ी ताकत!

नई दिल्ली। एशिया की शक्ति–संतुलन में इस वर्ष बड़ा बदलाव देखने को मिला है। लोवी इंस्टीट्यूट द्वारा जारी एशिया पावर इंडेक्स 2025 में भारत ने एक बार फिर अपनी उपस्थिति मजबूत की है और कई महत्वपूर्ण मानकों पर रूस और जापान जैसे देशों को पीछे छोड़ दिया है। यह न सिर्फ भारत की बढ़ती क्षमता का संकेत है, बल्कि क्षेत्रीय और वैश्विक राजनीति में उसके बढ़ते प्रभाव को भी दर्शाता है।

भारत का दमदार प्रदर्शन

2025 में भारत का कुल स्कोर बढ़कर 40.0 पर पहुंच गया है, जो उसे आधिकारिक रूप से मेजर पावर की श्रेणी में स्थापित करता है। स्कोर में 0.9 पॉइंट की बढ़ोतरी भारत की तेज रफ्तार आर्थिक वृद्धि, निवेश विस्तार और रणनीतिक तैयारी को दर्शाती है।

भारत ने दो प्रमुख श्रेणियों इकोनॉमिक कैपेबिलिटी और फ्यूचर रिसोर्स में तीसरा स्थान हासिल किया है। खास बात यह है कि आर्थिक क्षमता वाले मानक में भारत ने पहली बार जापान को पीछे छोड़कर तीसरी पोज़िशन हासिल की है। जबकि इकोनॉमिक रिलेशनशिप यानी आर्थिक साझेदारी में भी भारत ने लंबी छलांग लगाते हुए 9वें स्थान पर पहुंचकर अपनी स्थिति सुधारी है। यह इस कैटेगरी में यह पहली बार सकारात्मक प्रगति है।

अमेरिका की पकड़ ढीली, पर प्रभाव कायम

दूसरी ओर, संयुक्त राज्य अमेरिका का प्रभाव इस साल कुछ कमजोर हुआ है। 2025 में अमेरिका के स्कोर में 1.2 पॉइंट की गिरावट दर्ज की गई, जो 2018 में इंडेक्स शुरू होने के बाद से उसका सबसे कम स्कोर है। इसके बावजूद, अमेरिका अब भी एशिया का सबसे शक्तिशाली देश बना हुआ है।

अमेरिका ने सैन्य क्षमता, आर्थिक शक्ति, भविष्य संसाधन, रेजिलिएंस और डिफेंस नेटवर्क जैसे छह प्रमुख क्षेत्रों में बढ़त कायम रखी है। हालांकि, कूटनीतिक प्रभाव यानी डिप्लोमैटिक इन्फ्लुएंस अभी भी उसकी कमजोर कड़ी है, जिसमें अमेरिका तीसरे स्थान पर है और इस बार इसमें 2.4 पॉइंट की गिरावट दर्ज की गई है।

जापान और रूस की एशिया में क्या है स्थिति

जापान ने क्षेत्रीय प्रभाव में सुधार किया है, लेकिन भारत की तेज़ी से बढ़ती आर्थिक क्षमता ने उसे पीछे धकेल दिया है। जबकि रूस, निरंतर चुनौतियों के बावजूद, अभी भी मध्य-स्तरीय शक्ति के रूप में इंडेक्स में अपनी उपस्थिति बनाए हुए है और 32.1 स्कोर के साथ शीर्ष 5 में शामिल है।

शीर्ष 10 एशियाई शक्तियाँ: 2025

संयुक्त राज्य अमेरिका – 80.5 (सुपर पावर)

चीन – 73.7 (सुपर पावर)

भारत – 40.0 (मेजर पावर)

जापान – 38.8 (मिडल पावर)

रूस – 32.1 (मिडल पावर)

ऑस्ट्रेलिया – 31.8 (मिडल पावर)

दक्षिण कोरिया – 31.5 (मिडल पावर)

सिंगापुर – 26.8 (मिडल पावर)

इंडोनेशिया – 22.5 (मिडल पावर)

मलेशिया – 20.66 (मिडल पावर)

0 comments:

Post a Comment