भारत ने चीन को पीछे छोड़ा: बड़ी ताकत के रूप में उदय!

नई दिल्ली। भारत ने एशिया पावर इंडेक्स 2025 में अपनी स्थिति मजबूत करते हुए एशिया की तीसरी सबसे बड़ी रक्षा शक्ति बनकर वैश्विक स्तर पर अपनी ताकत का सबूत दिया है। रिपोर्ट में यह भी खुलासा हुआ है कि भारत ने विदेशी निवेश के मामले में चीन को पीछे छोड़ दिया है और अमेरिका के बाद दूसरे सबसे बड़े विदेशी निवेश आकर्षक देश के रूप में उभरा है।

भारत की सैन्य और आर्थिक प्रगति

एशिया पावर इंडेक्स 2025 में भारत की रैंकिंग में सुधार उसके सैन्य बल, रक्षा बजट और आधुनिक हथियारों के विकास को दर्शाती है। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत की रक्षा तैयारियाँ, नौसेना और वायुसेना की क्षमताओं ने उसे वैश्विक शक्ति मानचित्र पर मजबूती से स्थापित किया है।

सिर्फ सैन्य ताकत ही नहीं, भारत की आर्थिक वृद्धि और विदेशी निवेश में आकर्षण ने भी इसे चीन से आगे कर दिया है। रिपोर्ट के अनुसार, भारत अब अमेरिका के बाद सबसे अधिक प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) आकर्षित करने वाला देश बन गया है। वहीं, चीन इस सूची में तीसरे स्थान पर खिसक गया है।

वैश्विक महत्व और रणनीतिक स्थिति

विशेषज्ञों का मानना है कि भारत की यह प्रगति क्षेत्रीय और वैश्विक रणनीतिक संतुलन को प्रभावित करेगी। बढ़ती सैन्य ताकत और निवेश आकर्षण ने भारत को दक्षिण एशिया और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में महत्वपूर्ण खिलाड़ी बना दिया है। इसके साथ ही, यह वैश्विक निवेशकों के लिए भारत को एक भरोसेमंद और स्थिर विकल्प के रूप में प्रस्तुत करता है।

भारत अब वैश्विक मंच पर तेजी से उभर रहा है।

एशिया पावर इंडेक्स 2025 के अनुसार, यह तीसरी सबसे बड़ी रक्षा शक्ति बन गया है।

विदेशी निवेश के मामले में भारत ने चीन को पीछे छोड़कर अमेरिका के बाद दूसरा स्थान हासिल किया है।

देश की बढ़ती सैन्य क्षमता और आर्थिक प्रगति ने इसे क्षेत्रीय और वैश्विक रणनीति में मजबूत खिलाड़ी बना दिया है।

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